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Coronavirus: कोरोनाकाल की परीक्षा में सफल हुआ गांधी शताब्दी अस्पताल

कोरोनाकाल में ही सही गांधी शताब्दी अस्पताल की न केवल मैटरनिटी केयर सेंटर के रूप में परख हुई बल्कि अस्पताल के चिकित्सक व कर्मचारी इस परीक्षा में सफल भी हुए हैं।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Published: Tue, 19 May 2020 01:41 PM (IST)Updated: Tue, 19 May 2020 01:41 PM (IST)
Coronavirus: कोरोनाकाल की परीक्षा में सफल हुआ गांधी शताब्दी अस्पताल
Coronavirus: कोरोनाकाल की परीक्षा में सफल हुआ गांधी शताब्दी अस्पताल

देहरादून, जेएनएन। दून महिला अस्पताल का दबाव कम करने की मुहिम आखिर सफल हुई। कोरोनाकाल में ही सही, गांधी शताब्दी अस्पताल की न केवल मैटरनिटी केयर सेंटर के रूप में परख हुई, बल्कि अस्पताल के चिकित्सक व कर्मचारी इस परीक्षा में सफल भी हुए हैं। अब अस्पताल में हर दिन करीब 10 से 12 प्रसव हो रहे हैं। मई के पहले पखवाड़े में ही अस्पताल में डेढ़ सौ से अधिक प्रसव हो चुके हैं।

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दरअसल, दून महिला अस्पताल पर डिलिवरी का सर्वाधिक दबाव रहता है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दून अस्पताल को कोविड अस्पताल में तब्दील कर दिया गया। सामान्य प्रसव के मामले गांधी शताब्दी अस्पताल में भेजे जाने लगे। दून महिला अस्पताल में सिर्फ उन्हीं गर्भवती महिलाओं को भर्ती किया जा रहा है, जो या तो कंटेनमेंट जोन से हैं या कोरोना संदिग्ध। 

सरकारी मशीनरी लंबे वक्त से दून महिला अस्पताल पर दबाव कम करने की कवायद में जुटी थी। इसी के तहत अन्य स्वास्थ्य इकाईयों में आवश्यक सुविधाएं जुटाई जा रही थी। इसी क्रम में गांधी शताब्दी को मैटरनिटी केयर सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। बीती जनवरी-फरवरी तक अस्पताल में जहां प्रतिमाह दो से सवा दो सौ प्रसव होते थे, वहीं मार्च के बाद इसका ग्राफ यकायक बढ़ गया। 

अस्पताल में अब प्रतिमाह 300 के करीब प्रसव हो रहे हैं। गाइनी की ओपीडी जरूर कोरोना संकट के बीच घटी, पर इसने अब फिर रफ्तार पकड़ ली है। अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीसी रमोला का कहना है कि सभी चिकित्सक व कर्मचारी पूरी निष्ठा के साथ अपना काम कर रहे हैं। 

माह--------------सामान्य डिलिवरी----------सिजेरियन

जनवरी-------------178-------------------------36

फरवरी-------------184-------------------------37

मार्च----------------189-------------------------42

अप्रैल---------------292-------------------------81

मई (14 तक)----119-------------------------34

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ओपीडी की स्थिति 

माह-------------------------मरीज 

जनवरी---------------------6545

फरवरी----------------------7202 

मार्च-------------------------4893

अप्रैल------------------------1987

मई (14 तक)--------------3459

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