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coronavirus: उत्तराखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में यात्रियों की लगातार हो रही स्क्रीनिंग, पढ़िए पूरी खबर

कोरोना वायरस के मद्देनजर सीमावर्ती क्षेत्रों में यात्रियों की लगातार स्क्रीनिंग करने के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने निर्देश दिए हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sun, 08 Mar 2020 04:25 PM (IST)Updated: Sun, 08 Mar 2020 04:25 PM (IST)
coronavirus: उत्तराखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में यात्रियों की लगातार हो रही स्क्रीनिंग, पढ़िए पूरी खबर
coronavirus: उत्तराखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में यात्रियों की लगातार हो रही स्क्रीनिंग, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोरोना वायरस के मद्देनजर सीमावर्ती क्षेत्रों में यात्रियों की लगातार स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि संदिग्ध रोगी या किसी प्रकार की असामान्य स्थिति की सूचना मिलने पर राज्य एवं जिला स्तर पर गठित रेपिड रिस्पांस टीम टीम द्वारा तुरंत कार्रवाई की जाए। उन्होंने वायरस से बचाव और जागरूकता के लिए आवश्यक प्रचार-प्रसार करने के साथ ही सेनिटाइजर और मास्क की कालाबाजारी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। 

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शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में कोरोना वायरस के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य स्तर पर की गई तैयारियों की समीक्षा की। उन्होने सभी जिलाधिकारियों को अपने जिलों में आइसोलेशन वार्ड की स्थापना, प्रशिक्षित चिकित्सकों और पेरामेडिक स्टॉफ सहित आवश्यक दवाओं की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संदिग्ध मरीजों के स्थानांतरण के लिए एंबुलेंस और प्रशिक्षित स्टाफ की व्यवस्था की जाए। 

उन्होंने वायरस से बचाव और जागरूकता के लिए प्रदेश भर में चलाई जा रही वर्चुअल क्लास के साथ ही विश्वविद्यालयों का उपयोग करने का सुझाव दिया। इसके लिए एडवाइजरी बनाकर इसका उचित प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने अफवाहों के रोकथाम के लिए मुख्य चिकित्साधिकारियों को जिला सूचना कार्यालयों के माध्यम से सूचनाओं का तेजी से आदान प्रदान करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को चंपावत के पूर्णागिरी मेले के अवसर पर अतिरिक्त चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। 

इससे पहले सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण नितेश झा ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से कोरोना वायरस की प्रभावी रोकथाम और नियंत्रण के लिए प्रदेश में चलाए जा रहे कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सीमांत क्षेत्रों में लगातार स्क्रीनिंग और मॉनिटरिंग की जा रही है, जिनमें अभी तक कोई संदिग्ध मामला सामने नहीं आया है। सभी जिलों में वायरस के संक्रमण से बचाव व रोकथाम के लिए संचालित गतिविधियों के संचालन और अनुश्रवण के लिए नोडल अधिकारियों को नामित किया गया है। आइसोलेटेड बेड की व्यवस्था और प्रशिक्षित स्टाफ की तैनाती की गई है। सरकारी और निजी क्षेत्र में उपलब्ध सभी संसाधनों का चिह्नीकरण कर लिया गया गया है। 

बैठक में मुख्यमंत्री के आइटी सलाहकार रविंद्र दत्त पेटवाल, अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, प्रभारी सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय व सचिव आपदा एसए मुरुगेशन आदि भी उपस्थित थे। 

104 पर करें कालाबाजारी की शिकायत 

प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने को सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आमजन किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। सेनिटाइजर और मास्क की कालाबाजारी रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। यदि कोई इनकी कालाबाजारी करता पकड़ा गया तो दुकान का लाइसेंस निरस्त करने तक की कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कालाबाजारी की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 104 पर की जा सकती है। 

बाइक रेंटल की दुकान पर बिक रही थी प्रतिबंधित दवा 

सेनिटाइजर, हैंडवॉश की अवैध बिक्री और कालाबाजारी रोकने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अभियान चलाया हुआ है। शनिवार को इस अभियान के तहत ड्रग इंस्पेक्टर देहरादून, हरिद्वार और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने मुख्य बाजार में छापेमारी की। इस दौरान दर्शनी गेट पर एक बाइक रेंटल की दुकान पर दुकानदार बिना लाइसेंस के प्रतिबंधित सहित अन्य दवा बेचते मिला। कोतवाली पुलिस ने बिना लाइसेंस प्रतिबंधित दवा बेचने के आरोप में दुकान संचालक पर मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। 

नगर कोतवाल शिशुपाल नेगी ने बताया कि पलटन बाजार, धामावाला, हनुमान चौक आदि मुख्य बाजारों में सेनेटाइजर हैंडवॉश की अवैध बिक्री एवं कालाबाजारी रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया हुआ है। शनिवार को ड्रग इंस्पेक्टरों को साथ लेकर इन बाजारों में दुकान का निरीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि जब टीम दर्शनी गेट स्थित दून लक्की बाइक रेंटल में पहुंची और दुकान का निरीक्षण करना चाहा तो दुकानदार ने इसका विरोध कर हंगामा शुरू कर दिया, लेकिन जब सख्ती के साथ दुकान की जांच की गई तो दुकान के अंदर प्रतिबंधित 1400 ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन और पैरासिटामोल टैबलेट सहित अन्य दवा बरामद की गई। 

दुकान संचालक दवा बेचने का लाइसेंस भी नहीं दिखा पाया। उसके बाद दुकान संचालक जुगल किशोर को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। टीम में ड्रग इंस्पेक्टर देहरादून नीरज कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर हरिद्वार मानवेंद्र सिंह राणा, धारा चौकी प्रभारी शिशुपाल राणा, एसआइ भरत सिंह नेगी, कांस्टेबिल लोकेंदर उनियाल, संदीप भंडारी आदि शामिल थे। 

होम्योपैथी विभाग भी हुआ सक्रिय

कोरोना वायरस को लेकर होम्योपैथी विभाग भी सक्रिय हो गया है। केंद्रीय आयुष मंत्रलय की ओर से इसको लेकर गाइडलाइन भी जारी की गई है। इसी कड़ी में शनिवार को होम्योपैथी निदेशक डॉ राजेंद्र सिंह ने समस्त जिलों को निर्देश जारी किए हैं कि सभी चिकित्सक स्वयं का बचाव करते हुए अन्य को भी जागरूक करें। डॉ सिंह ने अस्पतालों में अल्कोहल बेस्ड सेनिटाइजर, मास्क के साथ ही आर्सेनिक एलबम 30 समेत इनफ्लूएंजम 30, जीलीसियम, डयूकलारमा 30 इत्यादि का इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। 

केमिस्ट ने डिस्पले किए नंबर

ड्रग विभाग ने शुक्रवार को समस्त केमिस्ट को अपनी दुकान पर जिले के ड्रग इंस्पेक्टरों के नंबर डिस्पले करने के निर्देश दिए थे। शनिवार को अधिकांश कैमिस्टों ने इस पर अमल करना शुरू कर दिया। 

मुख्यमंत्री ने किया दून मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण 

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोरोना वायरस के मद्देनजर शनिवार को दून मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने चिकित्सकों और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए। 

कोरोना के प्रति सजगता, महिला दिवस का कार्यक्रम रद 

सुकून की बात यह है कि प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। फिर भी जिला प्रशासन किसी भी तरह का खतरा उठाने को तैयार नहीं है। यही वजह है कि परेड ग्राउंड के पास डूंगा हाउस में प्रस्तावित महिला दिवस का सरकारी कार्यक्रम रद कर दिया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी (बाल विकास) डॉ. अखिलेश मिश्र की तरफ से कार्यक्रम स्थगित करने का आदेश जारी किया गया है। आदेश में कार्यक्रम स्थगित करने के लिए अपरिहार्य कारण बताए गए हैं। हालांकि, इसके पीछे की वजह कोरोना वायरस को देखते हुए प्रशासन की एहतियात मानी जा रही है। 

कोरोना के खतरे को देखते हुए बायोमेटिक हाजिरी से छूट 

कोरोना वायरस के जोखिम को देखते हुए जिला प्रशासन किसी भी तरह की अनदेखी करने की स्थिति में नहीं है। यही वजह है कि जिलाधिकारी ने फिलहाल कार्मिकों की बायोमेटिक हाजिरी पर रोक लगा दी है। यह व्यवस्था 31 मार्च तक जारी रहेगी। 

जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि भले ही अभी कोरोना वायरस का कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है, मगर सजगता के तौर पर यह निर्णय लिया गया है। सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि वह कार्मिकों की हाजिरी के लिए बायोमेटिक मशीन की जगह रजिस्टर का प्रयोग करें। क्योंकि यह वायरस एक दूसरे को छूने से अधिक फैल रहा है, लिहाजा पंचिंग मशीन से भी कोई किसी के संपर्क में न आए, यह आदेश जारी किए गए हैं। जिलाधिकारी ने ऐसे निजी प्रतिष्ठानों से भी हाजिरी रजिस्टर रखने की अपील की है, जहां बायोमेटिक मशीन से हाजिरी दर्ज की जाती है। 

झंडा मेले के दौरान लगाएं थर्मल स्कैनर 

कोरोना वायरस के वैश्विक स्तर पर बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन खासा सतर्क नजर आ रहा है। वहीं, 13 मार्च से शुरू होने वाले झंडा मेले और इसमें विभिन्न राज्यों से जुटने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन की टेंशन भी बढ़ गई है। इस संबंध में डीएम डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने झंडा मेले को सुरक्षित ढंग से संपन्न कराने के लिए दरबार साहिब के प्रबंधन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। 

शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने दरबार साहिब के सदस्यों को आश्वासन दिया कि झंडा मेले को सुरक्षित व व्यवस्थित ढंग से संपादित कराया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने प्रबंधन से अपेक्षा की कि वह श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की जांच के लिए उचित प्रबंध कर लें। श्रद्धालु स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें, इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने को भी जिलाधिकारी ने कहा।

इसके साथ ही उन्होंने अधिक भीड़भाड़ वाले स्थानों पर यथासंभव थर्मल स्कैनर के इंतजाम करने के भी निर्देश दिए। विभिन्न स्थानों पर हाथ धोने के लिए साबुन आदि के भी इंतजाम किए जाएं और सर्दी-जुकाम से पीड़ित व्यक्ति को तुरंत उपचार दिया जाए। इसके लिए दरबार साहिब प्रबंधन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर काम करेंगे तो आसानी होगी। 

दरबार साहिब का भीड़ कम रखने का प्रयास 

दरबार साहिब के प्रबंधक व मेलाधिकारी केसी जुयाल ने जिलाधिकारी को बताया कि उनकी समिति स्वयं प्रयास कर रही है कि इस दफा मेले में भीड़ में कमी लाई जाए। इसके अलावा लोगों की सुरक्षा के लिए अन्य तरह के प्रयास भी किए जा रहे हैं। 

कोरोना को लेकर जौलीग्रांट एयरपोर्ट में बढ़ी सक्रियता 

बढ़ते कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए देहरादून स्थित जौलीग्रांट एयरपोर्ट प्रशासन ने सक्रियता और बढ़ा दी है। एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों को जागरूक भी किया जा रहा है। इतना ही नहीं एयरपोर्ट पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जा रहा है। 

एयरपोर्ट निदेशक डीके गौतम ने बताया कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर स्वास्थ्य विभाग व एम्स ऋषिकेश की हेल्प डेक्स भी अपना कार्य कर रही है। इसके अलावा आने जाने वाले यात्रियों को कोरोना वायरस के प्रति सजग कर मास्क भी बांटे जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के साथ पूरे तालमेल के बीच टीम निरंतर एयरपोर्ट पर काम कर रही है। एयरपोर्ट के अंदर बाहर कोरोना वायरस के खतरे व बचाओ के लिए जागरूकता अभियान व फ्लेक्स, पोस्टर भी लगाए गए हैं।  

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कोरोना से बचाव में कारगर योग और प्राणायाम: बालकृष्ण 

पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि कोरोना से बचाव में नियमित योग व प्राणायाम कारगर हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस खतरनाक जरूर है, लेकिन इससे आतंकित होने की आवश्यकता नहीं है। शनिवार को ऋषिकेश में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में पहुंचे आचार्य बालकृष्ण ने  कहा कि दुनिया में लाखों वायरस मौजूद हैं, जो कभी-कभार ज्यादा असर डालते हैं। उन्होंने कोरोना को लेकर पसरे खौफ पर कहा कि यह एक मेडिकल ट्रेलर है, जिसका भय दिखाकर लोगों को आतंकित किया जा रहा है। यही वजह है कि देश में मास्क और सेनिटाइजर की किल्लत देखने को मिल रही है। आचार्य ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से देखने को मिल रहा है कि किसी न किसी बीमारी को षडयंत्र के तहत प्रचारित किया जा रहा है। 

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उन्होंने कहा कि नियमित योग और प्राणायाम से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है और इस तरह के वायरस आसानी से शरीर पर हमला नहीं करते। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि प्रकृति ने हमें गिलोय और तुलसी के रूप में दो दिव्य औषधियां दी हैं। उन्होंने गिलोय व तुलसी का रस पीने के साथ ही योग व प्राणायम कर किसी भी तरह के वायरस से बचा जा सकता है। 

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