सैंपल में फेल हुए बीज, टेंडर निरस्त; विभागीय मंत्री ने दिए जांच के आदेश
उद्यान विभाग के जरिये किसानों को दिए जाने वाले फ्रेंचबीन की कंटेंडर वैरायटी के बीज के मामले में यह गड़बड़झाला प्रकाश में आया है।
By Edited By: Published: Sat, 21 Dec 2019 03:02 AM (IST)Updated: Sat, 21 Dec 2019 01:47 PM (IST)
देहरादून, केदार दत्त। सैंपल कुछ और बीज की सप्लाई कुछ। उद्यान विभाग के जरिये किसानों को दिए जाने वाले फ्रेंचबीन की कंटेंडर वैरायटी के बीज के मामले में यह गड़बड़झाला प्रकाश में आया है। बीज सत्यापन कमेटी ने सैंपल और सप्लाई के बीज में भिन्नता पाई।
विभागीय मंत्री सुबोध उनियाल ने इसे गंभीरता से लेते हुए अपर निदेशक उद्यान को टेंडर निरस्त करने और संबंधित फर्म को काली सूची में डालने के आदेश दिए हैं। साथ ही कहा कि पूरे प्रकरण की जांच कराकर जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। राज्य के पर्वतीय क्षेत्र में मार्च से मई और मैदानी क्षेत्रों में जुलाई से सितंबर तक फ्रेंचबीन की बुआई होती है। इसके तहत कंटेडर वैरायटी के 140 कुंतल बीज की सप्लाई को टेंडर हुए। यह किसानों को रियायती दर पर उपलब्ध कराना था। जिस फर्म के नाम टेंडर खुला, तब उसने बीज का नमूना भी सौंपा।
अगस्त-सितंबर में फर्म ने वितरण को जो बीज मुहैया कराया, उसमें और सैंपल में अंतर दिखा। इस पर उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ.रतन कुमार और उप निदेशक अमर सिंह की अगुआई वाली बीज सत्यापन कमेटी ने सैंपल और सप्लाई को उपलब्ध बीज की जांच की। बीजों के रंग में अंतर पाया गया, जबकि इनकी वैरायटी कंटेंडर बताई गई थी। सूत्र बताते हैं सत्यापन में सैंपल फेल होने पर बीज जांच को पंतनगर विश्वविद्यालय भेजे गए हैं। सूरतेहाल, कंटेंडर वैरायटी के बीज वितरण में विलंब के आसार हैं।
उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ.रतन कुमार ने बताया कि बीज सत्यापन कमेटी ने रिपोर्ट निदेशालय को सौंप दी थी। इसके बाद क्या निर्णय हुआ, उन्हें जानकारी नहीं। उधर, फ्रेंचबीन के सैंपल और सप्लाई के बीज में अंतर को विभागीय मंत्री सुबोध उनियाल ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि टेंडर निरस्त करने के आदेश दे दिए गए हैं, लेकिन प्रकरण की गंभीरता से जांच कराई जाएगी।
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