'जेड' रेटिंग से जुड़ने के लिए उद्यमी कर सकते हैं निश्शुल्क पंजीकरण
उद्योग निदेशालय अब 'जेड' रेटिंग से जोड़ने के लिए छोटे उद्यमियों को जागरूक करेगा। जेड रेटिंग से जुड़ने के लिए उद्यमी निश्शुल्क ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: प्रदेश भर के 55 हजार से अधिक सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यमिता संस्था (एमएसएमई) को 'जेड' रेटिंग से जोड़ने के लिए उद्योग निदेशालय छोटे उद्यमियों को जागरूक करेगा। जेड रेटिंग से जुड़ने के लिए उद्यमी निश्शुल्क ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
उद्योग निदेशालय के अनुसार अभी तक जेड रेटिंग के लिए करीब 130 एमएसएमई उद्योगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। जेड रेटिंग के भविष्य में होने वाले लाभ और पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छोटे उद्यमियों को इससे जोड़ने पर विशेष बल दिया जा रहा है।
जेड श्रेणी प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले उद्योगों को कई दूरगामी लाभ होंगे। मसलन, जिस छोटे उद्योग को जेड प्रमाण पत्र मिलेगा, उस उद्योग में अनुभवी और योग्य तकनीशियन एवं प्रोफेशनल विकास के लिए उन्हें परखेंगे और दिशा-निर्देश देंगे। साथ ही संबंधित उद्योग की मैन्युफेक्चरिंग की लागत एवं रिजेक्शन कम करेंगे। जबकि, क्वालिटी एवं मुनाफे को बढ़ाने के टिप्स देंगे।
उत्तराखंड इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमिता से जुड़े उद्यमी जेड रेटिंग का लाभ ले सकते हैं। छोटे उद्योगों के उत्पाद यदि विश्वस्तरीय मानकों पर खरे उतरे तो न केवल उस उद्यमी को अधिक लाभ मिलेगा। बल्कि इसके ब्रांड की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी होगी।
वहीं उद्योग निदेशक सुधीर चंद नौटियाल ने बताया कि जेड यानि जीरो डिफेक्ट रेटिंग सुविधा केवल एमएसएमई उद्योगों के लिए है। प्रदेश में एमएसएमई उद्योगों की संख्या 55 हजार से अधिक है। जिनमें 1600 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है और 2.72 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है। प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया योजना के तहत जेड श्रेणी से जुड़कर छोटे उद्यमी दूरगामी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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