Uttarakhand Lockdown: उत्तराखंड में गरीबों को बड़ी राहत, 13 लाख से ज्यादा परिवारों को मुफ्त दाल
ष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अभियान (एनएफएसए) के तहत प्रदेश के 13 लाख से ज्यादा प्राथमिक और अंत्योदय परिवारों को तीन महीनों तक एक-एक किलो दाल मुफ्त दी जाएगी।
देहरादून, रविंद्र बड़थ्वाल। कोरोना महामारी और लॉकडाउन से जानमाल की सुरक्षा के साथ अन्य तैयारियों के लिए केंद्र और राज्य की सरकारों ने अहम फैसले लिए। राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेजों के लिए पोटली खोल दी। साथ ही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अभियान (एनएफएसए) के तहत प्रदेश के 13 लाख से ज्यादा प्राथमिक और अंत्योदय परिवारों को तीन महीनों तक एक-एक किलो दाल मुफ्त दी जाएगी। वहीं प्रदेश के चार सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्राचार्य में मेडिकल फैकल्टी, डॉक्टरों के साथ नर्स, लैब टेक्नीशियन समेत पैरामेडिकल स्टाफ की जल्द नियुक्ति खुद कर सकेंगे। कोरोना से लड़ने वाले डॉक्टरों के बकाया वेतन भुगतान को धन दे दिया। वहीं श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में सीटी स्कैन मशीन का रास्ता साफ कर दिया है।
लॉकडाउन के चलते खाद्यान्न की कमी का सामना कर रहे परिवारों को बड़ी राहत मिली है। प्रदेश में एनएफएसए और अंत्योदय को मिलाकर 13 लाख 30 हजार प्राथमिक परिवार हैं। इन्हें अगले तीन महीनों अप्रैल से जून तक एक-एक किलो दाल मुफ्त मिलेगी। माना जा रहा है कि इन परिवारों को मसूर की दाल दी जाएगी।
नैफेड करीब 4000 मीटिक टन दाल आगामी तीन महीनों के लिए उपलब्ध कराएगा। यह दाल कुछ दिनों में राज्य में पहुंच जाएगी। वहीं मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना के तहत राज्य के 23 लाख से ज्यादा राशनकार्डधारकों को भी जून तक दो-दो किलो मसूर और चना दाल प्रति राशनकार्ड दाल मिलने में दिक्कत नहीं आएगी।
खाद्य सचिव सुशील कुमार के मुताबिक अप्रैल के लिए दाल का स्टॉक उपलब्ध है। शेष दो महीनों के लिए राज्य को दाल मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार से वार्ता हो चुकी है। मेडिकल कॉलेजों के लिए खुली पोटली प्रदेश के चार मेडिकल कॉलेजों देहरादून, श्रीनगर, हल्द्वानी और अल्मोड़ा में 479 अतिरिक्त डॉक्टरों की नियुक्ति का अधिकार प्राचार्यों को दिया गया है। इस संबंध में शासन ने आदेश जारी किए हैं।
शासन ने कॉलेज प्राचार्यों को स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन, वार्ड ब्वाय समेत पैरामेडिकल स्टाफ को 11 माह तक नियुक्त करने का अधिकार भी दे दिया है। कोरोना वॉरियर्स देहरादून व हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों को बीते दो महीनों जनवरी व फरवरी का बकाया वेतन मिलेगा।
दून कॉलेज के लिए 6.80 करोड़ और हल्द्वानी के लिए सात करोड़ की राशि जारी की गई है। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में सीटी स्कैन मशीन के लिए छह करोड़ व अल्मोड़ा कॉलेज में फर्नीचर व जरूरी उपकरणों के लिए 10.18 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। बड़े निर्माण कार्यों, ओपीडी व ऑपरेशन थिएटर दुरुस्त करने को अल्मोड़ा को 30 करोड़ व दून मेडिकल कॉलेज को 24.48 करोड़ जारी किए गए।
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