जीएमवीएन के खनन विभाग में धोखाधड़ी, विकासनगर में पूर्व जीएम पर मुकदमा दर्ज
कोतवाली विकासनगर में जीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) के खनन विभाग को करोड़ों रुपये का चूना लगाने के आरोप में तत्कालीन पर तत्कालीन महाप्रबंधक के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। दरअसल वर्ष 2014 में जीएमवीएन ने ढकरानी में खनन का लॉट खोला था।
जागरण संवाददाता, विकासनगर। कोतवाली विकासनगर में जीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) के खनन विभाग को करोड़ों रुपये का चूना लगाने के आरोप में तत्कालीन महाप्रबंधक के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। दरअसल, वर्ष 2014 में जीएमवीएन ने ढकरानी में खनन का लॉट खोला था। आरोप है कि तत्कालीन महाप्रबंधक ने जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद खनन पट्टा संचालक से नियमानुसार रॉयल्टी नहीं जमा कराई और बिना रॉयल्टी बुक जमा कराए ही रवन्ना बुक थमा दी। निजी स्वार्थ के लिए खनन विभाग को नौ करोड़ रुपये से ऊपर की हानि पहुंचाई गई। पुलिस ने जीएमवीएन के खनन प्रभारी प्रदीप सिंह नेगी की तहरीर पर पूर्व महाप्रबंधक पर मुकदमा दर्ज किया।
कोतवाली में बुधवार को जीएमवीएन के खनन प्रभारी प्रदीप सिंह नेगी ने तहरीर दी कि तत्कालीन महाप्रबंधक, निर्माण खनन प्रभारी राहुल शर्मा पुत्र वीके शर्मा निवासी इंदर बाबा मार्ग राजपुर रोड देहरादून ने वर्ष 2014 में पद पर रहते हुए निजी स्वार्थ के लिए विभाग को 9,44,16,501 रुपये (नौ करोड़ चवालीस लाख सोलह हजार पांच सौ एक रुपये ) व टैक्स की हानि पहुंचा कर धोखाधड़ी की है। इस पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। कोतवाल राजीव रौथाण के अनुसार वर्ष 2014 में जीएमवीएन ने ढकरानी में करीब आठ करोड़ रुपये का खनन लॉट खोला था, जिसके लिए तीन लोगों ने आवेदन डाले। खनन पट्टा एक व्यक्ति को आवंटित कर दिया गया।
उस दौरान जिलाधिकारी ने खनन लॉट की नियमानुसार रॉयल्टी जमा कराने के निर्देश निगम प्रबंधन को दिए थे, लेकिन तत्कालीन महाप्रबंधक, निर्माण खनन प्रभारी राहुल ने जिलाधिकारी के निर्देशों की अनदेखी करते हुए बिना रॉयल्टी जमा कराए ही रवन्ना बुक आवंटन कराने वाले व्यक्ति को थमा दी। खनन पट्टा संचालक ने पट्टे को कुछ दिन चलाकर बंद कर दिया और रॉयल्टी जमा नहीं कराई। इससे 50 लाख रुपये के करीब ही निगम में जमा हो पाए। निजी स्वार्थ के लिए विभाग को हानि पहुंचा कर धोखाधड़ी की गई। कोतवाल के अनुसार जीएमवीएन ने इस मामले में राहुल शर्मा को पद से हटा दिया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद निगम से जांच के दस्तावेज लेकर विवेचना की जाएगी।
यह भी पढ़ें -देहरादून: शातिरों ने युवती और उसके को लिया झांसे में, ठगे साढ़े 18 लाख रुपये; जानिए पूरा मामला