Move to Jagran APP

एक मंच पर जुटे तीसरी गढ़वाल राइफल्स के पूर्व सैनिक

गढ़वाल राइफल्स की तीसरी बटालियन के पूर्व सैनिकों ने सोमवार को बटालियन का स्थापना दिवस मनाया। इस मौके पर पूर्व सैनिकों ने शहीदों को श्रद्धांजलि भ अर्पित की।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Aug 2018 10:29 PM (IST)Updated: Mon, 20 Aug 2018 10:29 PM (IST)
एक मंच पर जुटे तीसरी गढ़वाल राइफल्स के पूर्व सैनिक
एक मंच पर जुटे तीसरी गढ़वाल राइफल्स के पूर्व सैनिक

जागरण संवाददाता, देहरादून: गढ़वाल राइफल्स की तीसरी बटालियन के पूर्व सैनिकों ने सोमवार को बटालियन का 102वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस दौरान पूर्व सैनिकों ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देकर उनके बलिदान को याद किया।

loksabha election banner

पेलियो रतनपुर स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में आयोजित समारोह में रिटायर कर्नल आरके पंत ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। शहीद सैनिकों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम शुरू हुआ। पूर्व सैनिक समिति के अध्यक्ष कैप्टन दीवान सिंह ने बटालियन के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि गढ़वाल राइफल्स की तीसरी बटालियन की स्थापना 20 अगस्त 1916 को लैंसडौन में हुई थी। बटालियन के प्रथम कमान अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल जेएमटी हग थे। कैप्टन बलबीर सिंह रावत ने कहा कि स्थापना से लेकर अब तक बटालियन के जवानों ने विभिन्न युद्धों में अपने पराक्रम का लोहा मनवाया है। बटालियन को भारत-पाक युद्ध के दौरान वर्ष 1948 में जम्मू-कश्मीर में टिथवाल की लड़ाई में लेफ्टिनेंट कर्नल कमान सिंह के नेतृत्व में एक ही साथ सबसे अधिक वीरता पदक प्राप्त हुए थे। इस युद्ध में बटालियन के सैनिकों को एक महावीर चक्र, 18 वीर चक्र, एक शौर्य चक्र और 16 मेंशन इन डिस्पैच मिले थे। कार्यक्रम में रिटायर सुबेदार बलबीर सिंह गड़िया, रणजीत सिंह चौधरी, जयराज सिंह, नंदा सिंह, दिलवर सिंह समेत कई पूर्व सैनिक व उनके परिवार के सदस्य मौजूद रहे। स्थापना दिवस 23 अगस्त को

उत्तराखंड पूर्व सैनिक अ‌र्द्ध सैनिक संयुक्त संगठन 23 अगस्त को अपना 25वां स्थापना दिवस मनाएगा। यह जानकारी संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष एमएन बंदूनी ने दी। उन्होंने बताया कि जोगीवाला स्थित वेडिंग प्वाइंट में आयोजित होने वाले स्थापना दिवस समारोह में तमाम पूर्व सैनिक, अ‌र्द्ध सैनिक व उनके पारिवारिक सदस्य भाग लेंगे। इस दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे। केंद्र व राज्य सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों के लिए संचालित की जा रही योजनाओं की जानकारी भी पूर्व सैनिकों व आश्रितों को दी जाएगी। साथ ही संगठन द्वारा भविष्य में किए जाने वाले कार्यक्रमों की रणनीति पर भी चर्चा की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.