वन गुर्जरों के अधिकारों की लड़ाई लड़ेगा मंच
विकासनगर उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार मंच ने कुंजाग्रांट में वन गुर्जरों के साथ बैठक में उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ने का आश्वासन दिया।
संवाद सहयोगी, विकासनगर: उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार मंच ने कुंजाग्रांट में वन गुर्जरों के साथ बैठक करके उनकी समस्याओं की जानकारी ली। इस अवसर पर मंच के पदाधिकारियों ने उन्हें समस्याओं के समाधान के लिए आश्वस्त किया। पदाधिकारियों ने कहा कि वन गुर्जरों की समस्याओं के समाधान व उनके अधिकारों के लिए मंच के माध्यम से लड़ाई लड़ी जाएगी।
ग्राम कुंजाग्रांट स्थित वन गुर्जर बस्ती में निवास करने वाले परिवारों के साथ सोमवार को बैठक के दौरान मंच के प्रदेश संयोजक दौलत कुंवर ने कहा कि संविधान में दिए गए अधिकारों से वन गुर्जर वंचित हैं। समाज की यह घुमंतु प्रजाति अधिकारों के मामले में बेहद दयनीय स्थिति से गुजर रही है। वन गुर्जरों के पास राशनकार्ड, आवश्यक प्रमाण पत्र तक नहीं हैं। इसके अलावा उनकी बस्तियों में बिजली, पानी व सड़क जैसी कोई सुविधा मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि, केंद्र व राज्य सरकारें समय-समय पर हर घर बिजली, हर घर शौचालय जैसी योजनाएं चलाती आई हैं, लेकिन वन गुर्जरों की बस्तियों में ऐसी सभी सुविधाओं का भारी अभाव देखने को मिलता है। कहा कि सहसपुर क्षेत्र में सात सौ से अधिक परिवार इस प्रकार की बस्तियों में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि वन गुर्जरों की समस्याओं के लिए मंच की ओर से आंदोलन शुरू किया जाएगा और शीघ्र ही उनकी समस्याओं को लेकर मंच के कार्यकत्र्ता जिलाधिकारी के कार्यालय का घेराव करेंगे। बैठक में उन्होंने सेलाकुई को नगर पंचायत का दर्जा बहाल किए जाने की मांग भी सरकार से की। इस दौरान मंच के सह संयोजक स्वराज चौहान, बशीर, नूर आलम, सद्दाम, गुलाम, नूर अहमद, हसन, ईमान, सैफ अली, अमीर हसन, लियाकत, मुस्तफा, मासूम अली, अशरफ, आसिफ, हसरत हसन, गुलाम रसूल, अमीर हमजा, जाफर, याकूब आदि उपस्थित रहे।