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Uttarakhand Politics: उत्‍तराखंड में राज्यपाल बदलने पर पूर्व मुख्‍यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा पर दागे सवाल

उत्‍तराखंड में राज्यपाल बदलने पर पूर्व मुख्‍यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा पर सवाल दागे। इस दौरान उन्‍होंने कहा कि भ्रष्टाचार को उजागर करने की राज्‍यपाल बेबी रानी मौर्य को इसक कीमत चुकानी पड़ी। बता दें कि प्रदेश में चुनाव करीब है और सियासत तेज हो गई है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 11 Sep 2021 11:18 AM (IST)Updated: Sat, 11 Sep 2021 11:18 AM (IST)
Uttarakhand Politics: उत्‍तराखंड में राज्यपाल बदलने पर पूर्व मुख्‍यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा पर दागे सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में राज्यपाल बदले जाने के मामले में सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने राज्यपाल पद से बेबी रानी मौर्य की विदाई को भ्रष्टाचार और जातीय सियासत से जोड़कर केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने कहा कि सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने की कीमत राज्यपाल को चुकानी पड़ी है।

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प्रदेश में विधानसभा चुनाव करीब हैं। ऐसे में कांग्रेस केंद्र और प्रदेश की सरकारों के साथ ही सत्तारूढ़ भाजपा को निशाने पर लेने का कोई भी मौका चूक नहीं रही है। कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उत्तराखंड में राज्यपाल बदले जाने को लेकर कांग्रेस मुखर है। भाजपा सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस की नीति पर भी कांग्रेस ने निशाने पर लिया है। शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने राज्यपाल को हटाने के पीछे जातीय सियासत को जिम्मेदार ठहराया ही, साथ में भ्रष्टाचार को लेकर सरकार की नीयत पर सवाल दागे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर किया है। जिन कानूनों पर उन्हें शंका थी, उन्होंने दस्तखत करने से इन्कार कर दिया। इस वजह से भाजपा ने उन्हें राज्यपाल पद से हटाया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने मुक्त विश्वविद्यालय समेत कई मामलों में सरकार के भ्रष्टाचार को सामने रखा। मुक्त विश्वविद्यालयों में नियुक्तियों में गड़बड़ी की जांच करने के उनके निर्देशों की वजह से उन्हें निशाना बनाया गया है।

यही नहीं लगे हाथों उन्होंने नए राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह का स्वागत करने में भी देर नहीं की। सैन्य बहुल राज्य में राज्यपाल बनाए गए पूर्व सैन्य अधिकारी की तैनाती का स्वागत कर सैन्य परिवारों को साधने की रणनीति है।

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चारधाम यात्रा शुरू नहीं करने पर हरीश रावत मौन उपवास पर बैठे

चारधाम यात्रा और हेमकुंड साहिब की यात्रा प्रारंभ नहीं करने के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने ओल्ड मसूरी रोड स्थित आवास में एक घंटा मौन उपवास पर बैठे। उपवास के बाद उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार में जो चारधाम यात्रा को लेकर असमंजस है, उसका दुष्प्रभाव आर्थिकी व श्रद्धालुओं पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि सरकार को सभी स्टेक होल्डर से बातचीत कर ऐसा रास्ता निकालना चाहिए, जिसको हाई कोर्ट की भी अनुमति मिल जाए और यात्रा प्रारंभ हो जाए। इस मौके पर श्री हेमकुंड साहिब के उपाध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा, उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी, आशीष गोयल, प्रणब गिलहोत्र, उत्तरकाशी से अजय पुरी, रवि नेगी, सुभाष सिंह, विशेष जगुड़ी, प्रभुलाल बहुगुणा, रंजीत डसीला, मोहन काला आदि मौजूद रहे।

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