उत्तराखंड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मिले पूर्व एयर चीफ मार्शल धनोआ, इन मुद्दों पर हुई चर्चा
पूर्व एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ और रिमकोलियन ओल्ड ब्वायज एसोसिएशन के सचिव ग्रुप कैप्टन दीपक अहलूवालिया ने राज्यपाल गुरमीत सिंह और सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) से गुरुवार को राजभवन में पूर्व एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ और रिमकोलियन ओल्ड ब्वायज एसोसिएशन के सचिव ग्रुप कैप्टन दीपक अहलूवालिया ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी मुख्यमंत्री आवास में पूर्व वायुसेना प्रमुख, चीफ एयर मार्शल (सेनि) बीएस धनोवा ने शिष्टाचार भेंट की।
राज्यपाल गुरमीत सिंह एवं पूर्व एयर चीफ मार्शल धनोआ ने राष्ट्र के विकास में आरआइएमसी के योगदान सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। राज्यपाल ने कहा कि आरआइएमसी देहरादून उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। उन्हें संस्थान के अधिकारियों पर गर्व है। पूर्व एयर चीफ मार्शल ने बताया कि आरआइएमसी 13 मार्च, 2022 को अपनी शताब्दी वर्षगांठ मनाएगा। राज्यपाल गुरमीत सिंह व पूर्व एयर चीफ मार्शल धनोआ एनडीए में एक साथ थे। सैन्य प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में दोनों साथ ही चीन भी गए थे। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें एक सैनिक से मिलकर बहुत अच्छा लगा।
राजभवन में गुरुवार को राज्यपाल गुरमीत सिंह से ज्वाइंट चीफ हाइड्रोग्राफर रियर एडमिरल लोचन सिंह पठानिया ने भेंट की। उन्होंने भारत सरकार के मुख्य हाइड्रोग्राफर वाइस एडमिरल अधीर अरोड़ा की ओर से राज्यपाल को चार दिसंबर को होने वाले नेशनल हाइड्रोग्राफिक आफिस, देहरादून में होने वाले नौ सेना सप्ताह के कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भी दिया।
राज्यपाल से मिले स्पीकर प्रेमचंद
राज्यपाल गुरमीत सिंह से राजभवन में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने भी शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने राज्यपाल को संविधान दिवस की बधाई दी। साथ ही राज्यपाल से आने वाले विधानसभा सत्र के बारे में भी चर्चा की।
बाबा जसवंत की बहनों ने राज्यपाल से की मुलाकात
राज्यपाल से गुरुवार को राजभवन में बाबा जसवंत के नाम से प्रसिद्ध अमर शहीद महावीर चक्र विजेता राइफलमैन जसवंत सिंह रावत की बहनों राजेश्वरी नेगी व रेनू बिष्ट ने भेंट की। राज्यपाल ने बीते दिनों एक कार्यक्रम में बाबा जसवंत के स्वजन को सम्मानित किया था। उन्हें राजभवन आमंत्रित किया था। राज्यपाल ने आग्रह किया कि राज्य के शहीद सैनिक, उनके स्वजन व भूतपूर्व सैनिक आवश्यकता पडऩे पर राज्यपाल से सीधा संपर्क कर सकते हैं।