अब खास ही नहीं आम आदमी भी ठहर पाएंगे वन विभाग के विश्राम गृह में, पढ़ें पूरी खबर
उत्तराखंड में कॉर्बेट रिजर्व के बाद अब अन्य स्थानों पर बने वन विभाग के विश्राम गृहों में कोई भी व्यक्ति ठहर सकता है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में कॉर्बेट रिजर्व के बाद अब अन्य स्थानों पर बने वन विभाग के विश्राम गृहों में कोई भी व्यक्ति ठहर सकता है। इसके लिए वन विभाग बुकिंग व्यवस्था को ऑनलाइन बनाने की तैयारी कर रहा है। प्रमुख वन संरक्षक कार्यालय ने इसके लिए मुख्य वन संरक्षक, गढ़वाल, कुमाऊं और वन्यजीव को उनके क्षेत्रों में आने वाले 145 वन विश्राम गृहों का चयन कर उनकी सूची उपलब्ध कराने को कहा है। इसके साथ ही इनकी रेंज का नाम, विश्राम गृह का क्षेत्र, उपलब्ध कक्षों की संख्या, प्रति कक्ष का किराया, सड़क से दूरी, नजदीकी टाउनशिप, जीपीसीएस लोकेशन देने को कहा गया है ताकि ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था शुरू की जा सके।
प्रदेश में अभी लगभग 250 वन विश्राम गृह हैं। इनमें से कई ब्रिटिश काल के हैं और प्रमुख स्थलों पर बने हुए हैं। यहां अभी तक केवल वन विभाग के अधिकारी या सिफारिश के आधार पर आए हुए लोग ही ठहर सकते हैं। यह भी एक धारणा थी कि आमजन यहां नहीं रुक सकता। अब वन विभाग ने इस धारणा को बदलने के लिए कदम उठाया है। प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) जय राज ने सभी प्रमुख संरक्षकों को पत्र लिखकर कहा है कि विभाग की प्राथमिकता आमजन को वन और वन्यजीवों के संरक्षण के प्रति जागरूक करने की है।
यह तभी संभव है जब लोग वन क्षेत्र का भ्रमण करें और वनों को समझें। इसके लिए इन लोगों को वन क्षेत्र में ठहरने के लिए एक सुगम माहौल दिया जाना चाहिए। इसके लिए वन विभाग के विश्राम गृह सबसे उपयुक्त हैं। वन विश्राम गृहों को सरलता से आमजन को उपलब्ध कराने के लिए आरक्षण की व्यवस्था को ऑनलाइन किए जाने की जरूरत है। कार्बेट टाइगर रिजर्व क्षेत्रों में यह व्यवस्था है और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं। ऐसे में इनकी बुकिंग को ऑनलाइन व्यवस्था शुरू की जाए। इसके लिए चयनित विश्राम गृहों में एक कक्ष को विभागीय कार्यों के लिए छोड़ते हुए शेष की बुकिंग ऑनलाइन की जा सकती है।