Coronavirus: कोरोना वायरस से ऋषिकेश में विदेशी मुद्रा विनिमय कारोबार ठप
कोरोना की दहशत का असर विदेशियों पर आधारित व्यापार पर भी देखा जा रहा है। ऋषिकेश में फॉरेन करेंसी एक्सचेंज का कारोबार ठप हो गया है।
ऋषिकेश, हरीश तिवारी। विश्व में अध्यात्म और योग के कारण ऋषिकेश क्षेत्र विशिष्ट पहचान रखता है। इसे योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी भी कहा जाता है। प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक और साधक यहां आते हैं। कोरोना की दहशत का असर विदेशियों पर आधारित व्यापार पर भी देखा जा रहा है। यहां फॉरेन करेंसी एक्सचेंज का कारोबार ठप हो गया है। कई देशों की फ्लाइट रद होने से यहां रह रहे विदेशियों के वीजा अवधि बढ़ा दी गई है।
ऋषिकेश के आसपास क्षेत्र मुनिकीरेती, तपोवन, लक्ष्मण झूला और स्वर्गाश्रम में जनवरी से मई तक बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं। उसके बाद मानसून और कांवड़ यात्रा को देखते हुए इन विदेशी मेहमानों की वापसी हो जाती है। मार्च के प्रथम सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय योग सप्ताह का आयोजन यहां होता है। जिसमें बड़ी संख्या में विदेशों से साधक यहां पहुंचते हैं। इन विदेशी मेहमानों के कारण विदेशी मुद्रा का बड़ा हिस्सा यहां मुद्रा विनिमय के रूप में प्राप्त होता है।
मुख्य रुप से यहां तीन एजेंसियों को यह कार्य करने के लिए लाइसेंस प्राप्त है। बाकी 50 से अधिक लोग अघोषित तरीके से इस काम में शामिल है। मोटे आकलन के मुताबिक प्रतिदिन 70 हजार डॉलर यानी 50 लाख रुपए प्रतिदिन एजेंसियों के जरिए प्राप्त होता है। इतनी ही धनराशि अन्य अघोषित सेंटरों से एक्सचेंज होती है।
पिछले एक सप्ताह से फॉरेन करेंसी एक्सचेंज का कारोबार पूरी तरह से ठप है। कारण यही बताया जा रहा है कि विदेशी मुद्रा विनिमय करने वाले बैंकों ने फिलहाल इस पर रोक लगा रखी है। कई फ्लाइट रद होने के कारण मनी एक्सपोर्ट प्रभावित हुआ है। ऐसे में यहां रुके विदेशी पूरी तरह से एटीएम सेवा पर निर्भर होकर रह गए हैं।
कई देशों की हवाई सेवा बंद
कोरोना की महामारी के कारण विशेष रुप से हांगकांग, जापान, चीन, दुबई, इटली, स्पेन आदि देशों की हवाई सेवाएं बंद की गई हैं। अमेरिका जाने वाली सेवाएं वाया यूरोप बंद है। शासन की गाइडलाइन के बाद कई विदेशी स्वदेश नहीं लौट पा रहे हैं। जिन विदेशियों की फ्लाइट कैंसिल हुई है, उनका वीजा बढ़ाया गया है।
विदेशी पर्यटकों पर आधारित कारोबार भी ठप
ऋषिकेश के टूर आपरेटर चंद्र प्रकाश अग्रवाल के अनुसार, कोरोना के कारण पैकेज टूर, वीजा बनाने का कार्य पूरी तरह से बंद हो गया है। पर्यटन पर आधारित घरेलू बुङ्क्षकग अत्यधिक प्रभावित हुई है। यह कार्य सिर्फ पांच प्रतिशत रह गया है। यही हाल रहा तो विदेशी पर्यटकों पर आधारित व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो जाएगा।
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व्यापार हुआ चौपट
फॉरेन करेंसी एक्सचेंज एजेंसी के संचालक राजेश सूद के अनुसार, फॉरेन करेंसी एक्सचेंज का कार्य पिछले एक सप्ताह से ठप है। जिन बैंकों और एजेंसी के जरिए एक्सचेंज का कार्य होता था उन्होंने यह कार्य बंद कर दिया है। इस काम में लगे लोग अत्यधिक प्रभावित हुए हैं। सभी स्रोतों से पूरे क्षेत्र में प्रतिदिन एक करोड़ रुपया फॉरेन करेंसी एक्सचेंज के रूप में प्राप्त होता है।
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