पथराव के बाद शैक्षणिक संस्थानों के बाहर फोर्स मुस्तैद
प्रेमनगर में वंदे मातरम् जुलूस पर पथराव और उसके बाद छात्राओं की
जागरण संवाददाता, देहरादून:
प्रेमनगर में वंदे मातरम् जुलूस पर पथराव और उसके बाद छात्राओं की माफी मांगने से माहौल भले ही शांत हो गया हो, लेकिन जवानों की शहादत को लेकर लोगों में गम और गुस्सा अभी बरकरार है। माहौल को देखते हुए प्रेमनगर समेत दून के उन शैक्षणिक संस्थानों के बाहर फोर्स तैनात कर दी गई, जहां कश्मीरी छात्र पढ़ाई करते हैं।
पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को लेकर शुक्रवार को एक कश्मीरी छात्र द्वारा सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के बाद माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। शुक्रवार को बीएफआइटी, सुभारती मेडिकल कॉलेज व अल्पाइन इंस्टीट्यूट के बाहर स्थानीय लोगों ने तोड़फोड़ करते हुए हंगामा किया था। वहीं शनिवार को स्थानीय लोगों ने वंदे मातरम् जुलूस निकाला, जिस पर एक हॉस्टल की कुछ छात्राओं ने पथराव कर दिया। मामला तब गंभीर हो गया, जब लोगों को पता चला कि अधिकांश छात्राएं कश्मीर की रहने वाली हैं तो गुस्साए लोग हॉस्टल के ही बाहर धरने पर बैठ गए। इस दौरान लोगों ने हास्टल में घुसने की भी कोशिश। मगर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से बवाल शांत कराया।
पहली बार खुल कर सामने आए कश्मीरी छात्र
देहरादून में कश्मीरी छात्रों की पढ़ाई का सिलसिला तो कई वर्षो से चल रहा है। लेकिन कभी भी कश्मीरी छात्रों ने कोई विवादित टिप्पणी नहीं की। इसका सिलसिला पिछले साल डोईवाला के एक शैक्षणिक संस्थान से शुरू हुआ, जहां पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए थे। उसके बाद अब प्रेमनगर में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों की ओर से की गई टिप्पणियों ने एक साथ कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सुरक्षा एजेंसियों की चिंता इसलिए भी बढ़ गई है कि यह पहला मौका है, जब कश्मीरी छात्राओं की भावनाएं इस तरह सामने आई हैं।