डीजीपी के घर नौकरी करने की बात कह डेढ़ वर्ष से गायब रहा फोलोअर, ऐसा खुला मामला
मामला तब खुला जब फोलोअर ने ऊधमसिंहनगर के आरआइ और स्टोर मुंशी पर पिटाई करने और वेतन रोकने का आरोप लगाते हुए एसएसपी को शिकायत दी। एसएसपी ऊधमसिंहनगर की ओर से मामले की सीओ स्तर के अधिकारी से करवाई जा रही है।
जागरण संवाददाता, देहरादून : पुलिस महानिदेशक के घर नौकरी करने की बात कह पुलिस का एक फोलोअर पिछले डेढ़ साल से गायब रहा और वेतन लेता रहा। मामला तब खुला जब कर्मचारी ने ऊधमसिंहनगर के आरआइ और स्टोर मुंशी पर पिटाई करने और वेतन रोकने का आरोप लगाते हुए एसएसपी को शिकायत दी।
कहीं ड्यूटी ही नहीं कर रहा था फोलोअर
फोलोअर के संबंध में जांच करवाई गई तो पता चला कि फोलोअर कहीं ड्यूटी ही नहीं कर रहा था। पुलिस महानिदेशक ने इस मामले की जांच बैठा दी है, वहीं एसएसपी ऊधमसिंहनगर की ओर से मामले की सीओ स्तर के अधिकारी से करवाई जा रही है।
इस मामले में आरआइ की भूमिका भी संदिग्ध लग रही है। ग्राम चिल पोस्ट पितोली जिला अल्मोड़ा निवासी फोलोअर दीपक उप्रेती 2018-19 से रिजर्व पुलिस लाइन रुद्रपुर ऊधमसिंहनगर में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के रूप में कार्यरत है।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि दीपक उप्रेती ने ऊधमसिंहनगर के आरआइ व स्टोर मुंशी पर मारपीट के आरोप लगाए थे। कर्मचारी की ओर से इस मामले में कोतवाली रुद्रपुर और पुलिस मुख्यालय को शिकायत पत्र भेजा। शिकायती पत्र पर एसएसपी ऊधमसिंहनगर मंजूनाथ टीसी ने जांच के आदेश जारी किए।
उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया सामने आया है कि कर्मचारी पिछले एक डेढ़ साल से ड्यूटी से नदारद था। ड्यूटी के बजाए वह राज्य से बहार रह रहा था, और वेतन बराबर लेता रहा। कोई उससे पूछताछ न करे इसलिए वह कह रहा था कि वह डीजीपी के घर पर काम कर रहा है।