दून विश्वविद्यालय में एक सीट पर पांच छात्र-छात्राओं का दावा, ये हैं विवि के कोर्स
दून विश्वविद्यालय के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में चार हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने आवेदन किए हैं। विवि के विभिन्न कोर्सों में निर्धारित करीब आठ सौ सीटों है। इस लिहाज से एक सीट के लिए पांच छात्र-छात्राओं की दावेदारी बन रही है।
देहरादून, जेएनएन। दून विश्वविद्यालय के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में चार हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने आवेदन किए हैं। विवि के विभिन्न कोर्सों में निर्धारित करीब आठ सौ सीटों है। इस लिहाज से एक सीट के लिए पांच छात्र-छात्राओं की दावेदारी बन रही है। यह अलग बात है कि आवेदन करने वाले कितने छात्र दाखिला लेने आते हैं। कई छात्रों का इस बीच दूसरे संस्थानों में दाखिला हो जाता है, जिससे पहली या दूसरी कटऑफ में स्थान बनने वाले छात्र की रिक्त सीट पर अंत में स्पॉट काउंसिलिंग करवाई जाती है।
इस बार कोरोना संक्रमण के कारण छात्रों ने उच्च शिक्षा की पढ़ाई के लिए दिल्ली और अन्य शहरों की ओर रुख नहीं किया। इसका नतीजा यह रहा कि दून विवि में दाखिले के लिए अभी तक 4,104 आवेदन पत्र विवि को ऑनलाइन प्राप्त हो चुके हैं। विवि ने स्नातकोत्तर में दाखिले के लिए आवेदन की तिथि 15 अक्टूबर तक बढ़ा दी है, जिससे स्नातक अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा दे चुके छात्र भी स्नातकोत्तर में आवेदन कर सकें। विवि में आवेदन करने वाले छात्रों को इस बार मेरिट आधार पर दाखिला मिलेगा। जिन छात्र-छात्राओं की 12वीं बोर्ड परीक्षा में बेहतर अंक हैं, उन्हें दाखिला मिलने में दिक्कतें नहीं होगी।
यह हैं दून विवि के कोर्स
दून विवि में अधिकतर कोर्स इंटीग्रेटेड चार वर्षीय पाठ्यक्रम है। विवि में स्नातक व स्नातकोत्तर में करीब 870 सीटें निर्धारित हैं। सबसे अधिक बीए आनर्स/एमए इंटीग्रेटेड मीडिया एंड कम्युनिकेशन स्टडीज में 50 सीटें निर्धारित हैं। इसके अलावा एमए स्पेनिश, एमए जर्मन, एमए चाइनीज, एमए जैपनीज, एमए फ्रेंच, एमए इंग्लिश शामिल हैं। विवि के प्रभारी कुलसचिव डॉ. एमएस मंद्रवाल ने पुष्टि कर कहा कि बुधवार तक चार हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं।
प्रदेश के छात्रों का दून विवि पहली पसंद
दून विवि के रिसर्च स्कॉलर और पूर्व छात्र परिषद अध्यक्ष सत्येंद्र चौहान ने कहा कि दून विवि में हर साल आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या कुल सीटों से अधिक रहती है। दून विवि में स्नातक, स्नातकोत्तर, इंटीग्रेटेड कोर्स और पीएचडी विभागों की फैकल्टी बेहतर परिणाम देती हैं। अब डॉ. नित्यानंद हिमालयी शोध और अध्ययन संस्थान में एमए भूगोल व भूगर्भ की पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के चलते बदली परिस्थितियों में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के समक्ष दून विवि एक बेहतर विकल्प है। बाहरी छात्रों के लिए विवि में हॉस्टल की भी सुविधा है।
दून विवि के कुलपति डॉ. एके कर्नाटक का कहना है कि दून विवि में स्नातक में दाखिला लेने के लिए आवेदन की तिथि तो समाप्त हो चुकी हैं, लेकिन स्नातकोत्तर में आावेदन 15 अक्टूबर तक जारी रहेंगे। यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार पहली नवंबर से कक्षाएं प्रारंभ होनी हैं। लिहाजा दून विवि अक्टूबर माह में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में दाखिला प्रक्रिया अक्टूबर में पूरी कर लेगा। दाखिले भी ऑनलाइन ही लिए जाएंगे।