रोहतक में फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर दून की महिला से ठग लिए पांच लाख रुपये
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में सहायक लेक्चरर पद पर नियुक्ति का फर्जी पत्र थमाकर दो शातिरों ने महिला से पांच लाख रुपये ठग लिए।
देहरादून, जेएनएन। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक में सहायक लेक्चरर पद पर नियुक्ति का फर्जी पत्र थमाकर दो शातिरों ने महिला से पांच लाख रुपये ठग लिए। महिला की शिकायत पर राजपुर थाना पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसओ राजपुर राकेश शाह के अनुसार, दून विहार जाखन निवासी अपूर्वा रस्तोगी ने बताया कि उनके ससुर की हरियाणा के भिवानी में रहने वाले पुरुषोत्तम दास और सहारनपुर के वकार के साथ पुरानी जान-पहचान थी।
11 अक्टूबर 2019 को दोनों उनके घर पहुंचे। बातों-बातों में अपूर्वा ने उन्हें बताया कि उसने एमएससी, बीएड किया हुआ है, मगर कोई रोजगार नहीं है। यहीं से आरोपितों ने जाल बिछाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद विवि में लेक्चरर का पद खाली है। उनकी वहां पहचान है और वह नौकरी लगवा सकते हैं। आरोपितों ने नौकरी के एवज में पांच लाख रुपये खर्च होने की बात कही। अपूर्वा के स्वजनों को प्रस्ताव अच्छा लगा और उन्होंने 11 अक्टूबर को ही दो लाख रुपये दे दिए। इसके साथ आरोपित सभी शैक्षिक प्रमाणपत्र भी उनसे ले गए। 24 अक्टूबर 2019 को दोनों आरोपित दोबारा उनके घर पहुंचे और बोले कि नौकरी लग गई है। इस पर उन्होंने बकाया रकम भी ले ली।
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आरोपितों ने नियुक्ति पत्र देते हुए ज्वाइनिंग की तिथि छह नवंबर 2019 बताई। तय दिन वह अपने पति नितिन माहेश्वरी के साथ महर्षि दयानंद विवि पहुंचीं और नियुक्ति के संबंध में पता किया तो जानकारी मिली कि वहां कोई भी नई भर्ती हुई ही नहीं है। इसके बाद दंपती आरोपित पुरुषोत्तम दास के घर भिवानी पहुंची, मगर वहां पर आरोपित ने उनके साथ बदसलूकी की और धक्के देकर घर से निकाल दिया। पैसे वापस मांगने जान से मारने की धमकी भी दी।
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