फील्ड कर्मी बंक तो नहीं मार रहे, बताएगी ये घड़ी
महापौर सुनील उनियाल गामा ने फील्ड कर्मचारियों को जीपीएस तकनीक वाली घड़ी पहनाने का निर्णय लिया है। बुधवार को महापौर के समक्ष घड़ी के संचालन का डेमो भी दिया गया।
देहरादून, जेएनएन। कार्यालय में लगी बायोमेट्रिक हाजिरी वाली मशीन से अक्सर फील्ड कर्मियों को छूट मिल जाती है और फील्ड के नाम पर ऐसे कार्मिक आसानी से बंक भी मार जाते हैं। ऐसे कर्मचारियों की काम के प्रति जवाबदेही तय करने के लिए नगर निगम ने नायाब तरीका ढूंढ निकाला है। महापौर सुनील उनियाल गामा ने फील्ड कर्मचारियों को जीपीएस तकनीक वाली घड़ी पहनाने का निर्णय लिया है।
बुधवार को महापौर के समक्ष घड़ी के संचालन का डेमो भी दिया गया। अब 15 घड़ियों को प्रयोग के तौर कर्मचारियों को पहनाया जाएगा। बुधवार को जारी प्रेस बयान में महापौर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि फील्ड कर्मचारियों की जहां तैनाती की गई है, उनके वहां पहुंचने पर ही उपस्थिति दर्ज हो पाएगी। इसके साथ ही कार्मिक को घड़ी से ही कार्यस्थल से अपना फोटो भी खींचकर भेजना होगा। यदि संबंधित कार्मिक काम करने की जगह एक स्थल पर बैठता है तो निगम कार्यालय को इसकी तुरंत जानकारी मिल जाएगी।
इस तकनीक से ऑनलाइन यह भी पता लगाया जा सकेगा कि कितने कार्मिक कार्य कर रहे हैं और कितनों को फील्ड से अनुपस्थित बताया गया है। घड़ी की उपस्थिति को वेतन से जोड़ा जाएगा और लापरवाही पर संबंधित कार्मिक का वेतन भी काटा जाएगा। महापौर गामा का मानना है कि घड़ी के प्रयोग से निगम की कार्यक्षमता में सुधार संभव है।
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