सिचाई विभाग के नोटिस भेजने से किसान नाराज
त्यूणी/चकराता सिचाई विभाग अंबाडी की ओर से मैंद्रथ पंचायत के चुनिदा किसानों को नोटिस जारी किया गया है इससे किसानों में आक्रोश है।
संवाद सूत्र, त्यूणी/चकराता: सिचाई विभाग अंबाडी की ओर से मैंद्रथ पंचायत के चुनिदा किसानों को नोटिस जारी करने से नया विवाद खड़ा हो गया। यहां सिर्फ आठ ग्रामीण किसानों को नोटिस थमाने से सिचाई विभाग की कार्यप्रणाली पर लोगों ने सवाल उठाए हैं। कहा, सिचाई विभाग ने जिन आठ लोगों को नोटिस भेजे हैं उनमें चार लोगों के पास राजस्व अभिलेखों में कहीं भूमि दर्ज ही नहीं है। ऐसे में नोटिस जारी करने के पीछे विभाग की भूमिका सवालों के घेरे में है। नाराज किसानों ने बिना सिचाई सुविधा के नोटिस भेजने पर कड़ी नाराजगी जताई है। लोगों ने विभाग जिम्मेदारी से बचने को किसानों का उत्पीड़न कर रही है।
कुछ समय पहले मैंद्रथ पंचायत में सिचाई विभाग के नहर निर्माण कार्य को लेकर पैदा हुआ विवाद अभी शांत भी नहीं पड़ा था कि सिचाई विभाग ने चुनिदा किसानों को नोटिस जारी कर नया बखेड़ा कर दिया। जिससे किसानों में भारी आक्रोश है। ग्रामीण किसानों की माने तो सिचाई विभाग अंबाड़ी ने मैंद्रथ पंचायत के बलवीर सिंह, नंदलाल, चमन सिंह, अभिराम, रतना, दौभिया, कल सिंह व रविद्र समेत आठ लोगों को सिचाई नहर तोड़कर पीवीसी पाइप से खेतों की सिचाई करने की शिकायत के चलते नोटिस जारी किए हैं। जबकि सिचाई विभाग अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान मैंद्रथ क्षेत्र में करीब 22 लोगों को पीवीसी पाइप के जरिए खेतों की सिचाई करने की बात सामने आयी थी। ऐसे में विभाग ने सिर्फ आठ चुनिदा किसानों को नोटिस जारी करने पर लोगों ने सवाल उठाए हैं। आरटीआइ संयोजक कलगराम चौहान, बलवीर सिंह, नंदलाल, चमन आदि ने कहा सिचाई विभाग ने उनके खेतों तक फसलों की सिचाई के लिए पानी पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं की है। कहा कि विभाग ने उनके खेतों में जाने वाले अफसूट का पानी बंद कर दिया है। खेतों में बिना सिचाई के ग्रामीण किसानों की फसलें बेकार हो गई। जिसका नुकसान किसानों को हर बार उठाना पड़ता है। बिना सिचाई के नोटिस जारी करने पर कड़ी नाराजगी जताई है। आरटीआई संयोजक कलगराम चौहान व बलवीर सिंह ने कहा कि सिचाई विभाग जिम्मेदारी से बचने के लिए चुनिदा किसानों को टारगेट कर रहा है। नाराज किसानों ने कहा कि अगर विभाग ने नोटिस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं की तो वह इसकी शिकायत जिला प्रशासन से करेंगे। वहीं, सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता सीके उनियाल ने कहा मामले की जांच कराई जाएगी।