गरीब किसान के बेटे ने आइआइटी प्रवेश परीक्षा में पाई सफलता
जौनसार के बिसोई निवासी गरीब किसान के होनहार बेटे ने आइआइटी-2018 की प्रवेश परीक्षा के एसटी वर्ग में 363वीं रैंक हासिल कर क्षेत्र का मान बढ़ाया।
चकराता, देहरादून [जेएनएन]: कहते हैं प्रतिभाएं सुविधा की मोहताज नहीं होती। कुछ ऐसा ही कर दिखाया जौनसार के बिसोई निवासी गरीब किसान के होनहार बेटे यशवीर चौहान ने। बचपन में मां का निधन होने से परिवार पर मानो दुख का पहाड़ टूट पड़ा, लेकिन करीबी रिश्तेदारों की मदद से प्रतिभा के धनी किसान के बेटे ने आइआइटी-2018 की प्रवेश परीक्षा के एसटी वर्ग में 363वीं रैंक हासिल कर क्षेत्र का मान बढ़ाया।
जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर के सुदूरवर्ती बिसोई निवासी किसान प्रताप सिंह चौहान के सबसे छोटे बेटे यशवीर चौहान ने आइआइटी-2018 की परीक्षा में सफलता हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। यशवीर के पिता खेतीबाड़ी कर किसी तरह परिवार का गुजारा चलाते हैं। बचपन में मां का साया सिर से उठ गया। परिवार की माली हालत देख मौसा अंतनराम व मौसी रोशनी ने तीनों बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का जिम्मा उठाया। यशवीर की काबिलियत देख मौसा ने विकासनगर में 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उसे कोचिंग के लिए राजस्थान के कोटा भेज दिया। कोटा में सालभर कोचिंग लेने के बाद यशवीर ने आइआइटी परीक्षा में 363वीं रैंक हासिल कर बड़ी सफलता पाई।
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