प्रसिद्ध लेखक रस्किन बॉण्ड ने कुछ इस तरह मनाया अपना जन्मदिन
प्रसिद्ध लेखक रस्किन बॉन्ड ने अपने जन्मदिन पर बच्चों को अपने माता-पिता की सेवा करने का संदेश दिया।
मसूरी, [जेएनएन]: प्रसिद्ध उपन्यासकार व बाल लेखक रस्किन बॉण्ड ने अपने 84वें जन्मदिन पर पाठकों को नई किताब का तोहफा दिया। मसूरी में मालरोड स्थित कैंब्रिज बुक डिपो में प्रशंसकों की भीड़ के बीच उन्होंने अपनी नई किताब 'रस्किन बॉण्ड-रणजी द म्यूजिक मेकर' को लॉन्च किया। जन्मदिन पर बुक डिपो पहुंचे तमाम प्रशंसक अपने साथ केक भी लाए थे और बॉण्ड ने कई दफा केक काटकर शुभकामनाएं प्राप्त कीं। इस अवसर पर उन्होंने विशेष रूप से बाल पाठकों को संदेश देते हुए कहा कि वह अपने अभिभावकों का हमेशा आदर करें और उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करें।
रस्किन बॉण्ड ने लंढौर कैंट स्थित अपने आवास पर परिजनों के साथ केक काटकर सादे ढंग से अपना 84 वां जन्मदिन मनाया। पहले उनका कार्यक्रम देहरादून में नटराज बुकशॉप में आकर जन्मदिन मनाने का था, हालांकि सेहत के कुछ नासाज होने के चलते वह पहुंच नहीं सके। मसूरी में दिनभर आवास में बिताने के बाद रस्किन दोपहर बाद करीब सवा चार बजे मालरोड स्थित कैंब्रिज बुक डिपो पहुंचे।
यहां पहले से सैकड़ों पाठक उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं देने को इंतजार में खड़े थे। बुक डिपो में पहुंचते ही उन्होंने पाठकों और विशेषकर बच्चों के साथ केक काटा। साथ ही ऑटोग्राफ दिए और फोटो भी खिंचवाए। इस मौके पर लेखक प्रो. गणेश शैली, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल, ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल, कैंब्रिज बुक डिपो के स्वामी सुनील व सुरेंद्र अरोड़ा सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
रस्किन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 'मैं मसूरी में 1941 में स्कूलिंग के लिए आया और यहां के हैम्पटन कोर्ट स्कूल में पढाई की। लेकिन 1964 में यहां आकर रहना शुरू किया और तब से लेकर आज तक मसूरी में बहुत बदलाव देखने को मिले हैं। पहले पर्यटक यहां पर लंबे समय तक रहने के लिए आते थे, लेकिन आज लोगों की दिनचर्या बहुत व्यस्त हो गयी है और वह एक दो दिन घूमकर ही मसूरी से लौट जाते हैं। मसूरी में आप सभी के बीच अपना जन्मदिन मनाते हुए बहुत अच्छा लगता है और मेरी यही कोशिश होती है कि मैं अपना जन्म दिन मसूरी में ही मनाऊं।
रस्किन बताया कि मैं एक दो सालों से अपनी बायोग्राफी लिखने में व्यस्त था। लेकिन अब बच्चों के लिए फिर से लिखूंगा। उन्होंने बताया कि बाल पाठकों की शिकायतें भी आती है जिनका मैं जवाब देता हं। उन्होंने बताया, एक लड़की ने मुझे लिखा कि आपकी हॉरर कहानियां ज्यादा डरावनी नहीं होती है इनको और डरावना बनाएं।
उस मौके पर रस्किन ने बाल पाठकों को कहा कि वह अपने माता-पिता की वृद्धावस्था में अच्छी देखभाल करें और उनका खयाल रखें। उन्होंने अपने पाठकों को भी अपनी शुभकामनांए प्रेषित की। नये लेखकों को अपने संदेश में रस्किन ने कहा कि वह सिर्फ पैसे के लिए नहीं लिखें, उनकी रचनाओं में समाज के लिए सकारात्मक संदेश होने चाहिए।
यह भी पढ़ें: रस्किन बॉन्ड बोले, कहानी लेखन के लिए विज़न जरूरी
यह भी पढ़ें: देश में बदलाव देखा तो साहित्य में भी किया प्रयोग: रस्किन बॉन्ड