'घर बड़ा कर रहा हूं, जल्द कुछ नए लोग आएंगे'
पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता विजय बहुगुणा की डिनर डिप्लोमेसी के चाहे जो निहितार्थ निकाले जाएं, मगर उन्होंने विपक्ष में टूट के संकेत जरूर दे दिए हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता विजय बहुगुणा की डिनर डिप्लोमेसी के चाहे जो निहितार्थ निकाले जाएं, मगर उन्होंने विपक्ष में टूट के संकेत जरूर दे दिए हैं। शनिवार को डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास पर पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा-'घर (भाजपा) को बड़ा कर रहा हूं, जल्द कुछ नए लोग आएंगे।' उन्होंने कहा कि चुनाव के मौके पर माइग्रेशन होता है। ये एक तरह का ट्रेंड भी है। जो पार्टी मजबूत व बड़ी होती है, उसकी तरफ लोग रुख करते हैं। यह पूछने पर कौन-कौन नेता भाजपा में आ रहे हैं, इसे वह मुस्कुराकर टाल गए।
पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा मार्च 2016 में कांग्रेस में हुई टूट के सूत्रधार रहे हैं। उनके ही नेतृत्व में तब नौ विधायकों ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था। हालांकि, बाद में इस फेहरिस्त में दो और विधायकों के नाम भी जुड़ गए थे। अलबत्ता, बहुगुणा ने विस चुनाव नहीं लड़ा था। ऐसे में माना गया कि वे रास या लोस चुनाव लड़ सकते हैं। गत वर्ष राज्य से रास की सीट के चुनाव में उन्हें मौका नहीं मिला। यही नहीं, दो साल के दौरान वह सियासत में अधिक सक्रिय भी नहीं दिखे।
लोस चुनाव से ऐन पहले उनकी ओर से नगर निगम के महापौर और पार्षदों के लिए डिनर के आयोजन से सियासी गलियारों में हलचल भी मची है। शनिवार को इस आयोजन से पहले पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने संकेत दिए कि कुछ नेता भाजपा में आ सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने मीडिया में आई उन खबरों को भी बचकाना करार दिया, जिसमें उनकी घर वापसी का संभावना जताई गई थी।
लोकसभा चुनाव लड़ने के संबंध में पूछे प्रश्न पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति में विकल्प हमेशा खुले रहते हैं। मैं यह भी नहीं कहूंगा लड़ रहा हूं और ये भी नहीं कि लड़ूंगा। चुनाव किसे और कहां से लड़ाना है, ये तो पार्टी आलाकमान तय करता है। उन्होंने यह भी दावा कि उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा का परचम लहराएगा। यहां की पांचों सीटें भाजपा ही जीतेगी।