स्ट्रांग रूम में ईवीएम की सुरक्षा के रहेंगे ये खास प्रबंध, पढ़िए पूरी खबर
प्रदेश के 13 जिलों में मतदान के बाद ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा जाएगा। इसके लिए पैरा मिलिट्री पीएसी और पुलिस की तैनाती के आदेश दे दिए हैं।
देहरादून संतोष भट्ट। प्रदेश के 13 जिलों में मतदान के बाद ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा जाएगा। इसके लिए पैरा मिलिट्री, पीएसी और पुलिस की तैनाती के आदेश दे दिए हैं। इसके अलावा हर स्ट्रांग रूम के अंदर और बाहर हर कोने पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी। इसके लिए 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम बनाया गया है।
लोकसभा की पांच सीटों पर मतदान के बाद 11 अप्रैल से ईवीएम मशीनों के साथ पोलिंग पार्टियां अपने-अपने जनपद मुख्यालय को लौटने लगेंगी। इस दौरान ईवीएम, वीवीपैट मशीनों को हर जिला मुख्यालय में बनाए गए स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा। जहां मशीनें मतगणना तक रखी जाएंगी।
ईवीएम की सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक न रहे, इसके लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आयोग के मानकों के अनुरूप सुरक्षा के प्रावधान करने का सकरुलर जारी कर दिया है। इसमें स्ट्रांग रूम के बाहर और अंदर तीन स्तरीय सुरक्षा रहेगी।
इनर जोन में पैरा मिलिट्री, सेकेंड में पीएसी और तीसरे चरण की सुरक्षा जिला पुलिस के पास रहेगी। आयोग ने स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए प्रत्येक दिन स्थानीय थाना-चौकी को गश्त, पिकेट, पेट्रोलिंग भी 24 घंटे जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
सुरक्षा के लिए स्थापित कंट्रोल रूम का पर्यवेक्षण कार्य पुलिस की तरफ से डीएसपी और प्रशासन की तरफ से एसडीएम को सौंपा जाएगा। इसके अलावा समय-सयम पर डीएम, एसएसपी भी संयुक्त निरीक्षण करेंगे। उल्लेखनीय है कि 13 जिलों में 11 हजार, 368 ईवीएम मतदान के बाद 23 मई तक स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखी जाएंगी।
हर जिले में एक स्ट्रांग रूम
नोडल अधिकारी, कानून व्यवस्था दीपम सेठ के अनुसार, लोकसभा चुनाव के लिए 13 जिलों में 13 स्ट्रांग रूम बनाए जा रहे हैं। मतदान के बाद ईवीएम यहां तीन स्तरीय सुरक्षा में रखी जाएंगी। सभी जनपदों के एसएसपी को सुरक्षा के मानकों का सकरुलर जारी कर दिया गया है। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। सुरक्षा की ऑनलाइन मॉनीटरिंग भी की जाएगी।
डबल लॉक में रहेगी मशीनें
स्ट्रांग रूम के मुख्य द्वार पर डबल लॉक व्यवस्था रहेगी। यह व्यवस्था ट्रेजरी, बैंक और कड़ी सुरक्षा के दूसरे मानकों पर तय होगी। ताकि ईवीएम में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो सके। सीसीटीवी के अलावा हर स्ट्रांग रूम के मुख्य गेट पर एक लॉग-बुक रहेगी।
राजनीति दल लगा सकेंगे शिविर
लोकसभा चुनाव को मतदान 11 अप्रैल को होगा और मतगणना 23 मई को होगी। इस दौरान ईवीएम स्ट्रांग रूम में रहेंगी। किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए राजनीतिक दल अपने प्रतिनिधियों का शिविर स्ट्रांग रूम के परिसर में लगा सकते हैं। इसके लिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन जगह तय करेगा।
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