Corona Virus: चीन से लौटा हर व्यक्ति कोरोना संदिग्ध नहीं, आठ की रिपोर्ट निगेटिव
चीन से लौटे हर व्यक्ति को कोरोना संदिग्ध के तौर पर नहीं देखा जाएगा। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने विभागीय अफसरों के साथ समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए।
देहरादून, जेएनएन। चीन से लौटे हर व्यक्ति को कोरोना संदिग्ध के तौर पर नहीं देखा जाएगा। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने विभागीय अफसरों के साथ समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चीन से लौटने वाले उन ही लोगों के ही सैंपल कोरोना के मद्देनजर लिए जाएं, जिनमें खांसी, बुखार और जुखाम के लक्षण हैं। डीजी ने इस दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन व केंद्र सरकार के नवीनतम दिशा निर्देशों को लेकर सभी अधिकारियों को अपडेट किया ।
कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य महानिदेशक ने सभी जनपदों के सीएमओ, अस्पतालों के पीएमएस, सीएमएस एवं दोनों मंडलों के स्वास्थ्य निदेशकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर समीक्षा की। स्वास्थ्य महानिदेशक ने अधिकारियों को बताया कि राज्य में किसी भी कोरोना वायरस रोगी की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन उच्च स्तर की सतर्कता बरती जानी आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से संबंधित जांच को लेकर आम जनमानस में किसी भी प्रकार की भ्रामक सूचना न फैले, पंचायती राज विभाग एवं अन्य संस्थाओं के माध्यम से सीमावर्ती क्षेत्रों में चलाए जा रहे जागरुकता अभियान की भी समीक्षा कर ली जाए। ताकि तकनीकी रूप से सही जानकारी लोगों के बीच जाए।
बताया कि चीन से आने वाले यात्रियों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। 15 जनवरी के बाद चीन के वुहान, हुबई प्रांत से आने वाले यात्रियों का सैंपल कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए लिया जाए। निर्देश दिए कि जो व्यक्ति पिछले 15 दिनों में चीन के किसी अन्य शहर या प्रान्त से आया है, अथवा किसी कोरोना वायरस रोगी के नजदीकी संपर्क में रहा है तो उस व्यक्ति का सैंपल तभी लिया जाएगा, जबकि उसमें बुखार, खांसी व सांस लेने में तकलीफ जैसी कोई समस्या होती है। अन्य मामलों में इन स्थानों से आने वाले यात्री को 28 दिनों तक सीमित सम्पर्क के साथ रहने की सलाह दी जानी है।
महानिदेशक ने सीएमओ-सीएमएस को निर्देश दिए कि वह अस्पतालों में आइसीयू व वेंटिलेटर सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। जिन जनपदों में सरकारी अस्पतालों के पास यह सुविधा नहीं है, वहां पर निजी चिकित्सालयों, मेडिकल कॉलेज आदि के साथ समन्वय करते हुए वेंटिलेटर सुविधा सुनिश्चित की जाए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में निदेशक डॉ. एसके गुप्ता, डॉ. एसपीएस नेगी, सीएमओ देहरादून डॉ. मीनाक्षी जोशी, एनएचएम निदेशक डॉ. अंजलि नौटियाल, आइडीएसपी के नोडल अधिकारी डॉ. पंकज सिंह, कोरोनेशन व गांधी अस्पताल (जिला अस्पताल) के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीसी रमोला आदि मौजूद रहे।
कोरोना संदिग्ध आठ लोगों की रिपोर्ट निगेटिव
चीन से लौटे कोरोना संदिग्ध आठ लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिस पर स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। बता दें, चीन में फैले कोरोना वायरस की दहशत के बीच वहां रह रहे भारतीय लौट रहे हैं। उत्तराखंड के भी कई छात्र व लोग वहां पर रह रहे थे। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बीच ये सभी प्रदेश लौट आए थे।
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देहरादून के ऐसे आठ लोगों के सैंपल लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जांच के लिए पुणे स्थित लैब में भेजे थे। आइडीएसपी के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. पंकज सिंह ने बताया कि इन आठों लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन सभी को घर भेज दिया गया है। 14 दिनों तक इन लोगों को घरों पर ही रहने के निर्देश दिए गए हैं।
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