पाठ्यक्रम में शामिल होगी 'एक पेड़ एक छात्र' की मुहिम, पढ़िए पूरी खबर
नई शिक्षा नीति में पर्यावरण और जल संरक्षण को तवज्जो मिलेगी। एक पेड़ एक छात्र की मुहिम को पाठ्यक्रम में शामिल करने की कोशिश की जाएगी।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। देश में 33 साल बाद आ रही नई शिक्षा नीति में पर्यावरण और जल संरक्षण को तवज्जो मिलेगी। 'एक पेड़ एक छात्र' की मुहिम को पाठ्यक्रम में शामिल करने की कोशिश की जाएगी। इसके साथ ही 'ग्रेस मार्क्स' की जगह 'ग्रीन मार्क्स' को भी नीति में शामिल किया जाएगा।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को देहरादून में हिमालय दिवस पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि जिस दिन नई नीति लागू होगी, उस दिन शिक्षा में नए आयाम जुड़ेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए भारत के निर्माण में शिक्षा नीति आधार स्तंभ के रूप में होगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्यावरण और जल संरक्षण की चिंता को देखते हुए 'एक पेड़ एक छात्र' मुहिम शुरू की गई। अब तक एक करोड़ विद्यार्थी अपने जन्मदिन पर पेड़ लगा चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश में 40 हजार से अधिक डिग्री कॉलेज, 900 से ज्यादा विश्वविद्यालय, 15 लाख स्कूल, 90 लाख शिक्षक और 30 करोड़ छात्र-छात्राएं हैं। यदि 30 करोड़ विद्यार्थी तय कर लें कि वे अपने जन्मदिन पर एक पेड़ लगाकर उससे भावनात्मक रूप से जुड़ेंगे तो उस दिन तस्वीर बदलते देर नहीं लगेगी। इस सबको देखते हुए 'एक पेड़ एक छात्र' कार्यक्रम को पाठ्यक्रम से जोड़ने की कोशिश की जाएगी।
नई शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें नवाचार के साथ अनुसंधान को तवज्जो दी जा रही है। पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर ग्रेस की जगह ग्रीन मार्क्स को भी नीति में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी यह मसौदा है। जिस दिन नई शिक्षा नीति लागू होगी, उस दिन यह नए आयाम जोड़ेगी।
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