Chardham Yatra 2020: चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह, अब तक 57 हजार से ज्यादा श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
Chardham Yatra 2020 देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है। देश के विभिन्न हिस्सों से आए 57 हजार से ज्यादा श्रद्धालु अब तक बदरीनाथ केदारनाथ गंगोत्री व यमुनोत्री में दर्शन कर चुके हैं।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। Chardham Yatra 2020 देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है। देश के विभिन्न हिस्सों से आए 57 हजार से ज्यादा श्रद्धालु अब तक बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री में दर्शन कर चुके हैं। ऐसे में राज्य में ठप पड़ी तीर्थाटन व पर्यटन गतिविधियों को गति मिलने की उम्मीद जगी है, लेकिन कोरोना की चुनौती अपनी जगह बरकरार है। हालांकि, कोरोना से बचाव के मद्देनजर चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की ओर से सभी ऐहतियाती व्यवस्थाओं का दावा है, मगर कोरोना के बिना लक्षणों वाले (एसिम्टोमैटिक) व्यक्तियों की पहचान बड़ी चुनौती होगा।
राज्य की आर्थिकी में पर्यटन की बड़ी भूमिका है। सामान्य स्थितियों में प्रतिवर्ष करीब साढ़े तीन करोड़ पर्यटक उत्तराखंड पहुंचते हैं। इनमें 44 फीसद भागीदारी चारधाम आने वाले यात्रियों की है। इस वर्ष कोरोना संकट के कारण चारधाम यात्रा तय वक्त पर शुरू नहीं हो पाई थी। अनलॉक-3 में धार्मिक स्थलों को खोलने की छूट मिलने के बाद प्रदेश के निवासियों के लिए एक जुलाई चारधाम यात्रा की शुरुआत की गई। 25 जुलाई से कुछ शर्तों के साथ सभी के लिए यात्रा खोल दी गई।
पहले कोराना जांच की निगेटिव रिपोर्ट और ई-पास के बाद ही चारधाम यात्रा की अनुमति दी जा रही थी। अब जबकि दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट की शर्त हटा ली गई है तो श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा होने लगा है। इसे देखते हुए देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने अब चारों धामों में 7600 यात्रियों को दर्शनों की इजाजत दे दी है। पहले यह संख्या तीन हजार थी।
बोर्ड के आंकड़ों को देखें तो एक जुलाई से तीन अक्टूबर तक चारों धामों में 57325 यात्री दर्शन कर चुके थे। इसके साथ ही अब तक 102514 यात्रियों को अलग-अलग तिथियों के ई-पास जारी किए गए हैं। यही नहीं, काफी संख्या में हेली सेवाओं के जरिये भी यात्री दर्शनों के लिए चारधाम पहुंच रहे हैं।
यात्रियों के उत्साह को देखते हुए साफ है कि आने वाले दिनों में उनकी संख्या में और इजाफा होगा। सरकार का फोकस भी है कि धामों में यात्रियों की आमद हो, ताकि तीर्थाटन व पर्यटन को गति मिल सके। इस लिहाज से देखें तो अब तक की तस्वीर कुछ सुकून देने वाली है। बावजूद इसके कोरोना संकट की चुनौती से तंत्र में बेचैनी भी साफ देखी जा सकती है।
रविनाथ रमन (मुख्य कार्यकारी अधिकारी, चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड) का कहना है कि ई-पास पर ही चारधाम यात्रा की अनुमति दी जा रही है। चारों धामों में थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क, सैनिटाइजेशन, सुरक्षित शारीरिक दूरी के मानकों का पालन कराया जा रहा है। ये व्यवस्था भी की गई है कि यदि किसी यात्री में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो जिला प्रशासन तुरंत उसका आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाएगा। हेली सेवाओं से आने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य जांच की जिम्मेदारी संबंधित हेली कंपनी की होगी। सुरक्षित शारीरिक दूरी के मद्देनजर चारों धामों में निश्चित दूरी से ही दर्शन हो रहे हैं। धामों में तय व्यवस्थाओं के आधार पर ही यात्रियों को भेजा जा रहा है।
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चारधाम पहुंचे श्रद्धालु
- धाम-----------संख्या
- बदरीनाथ------34211
- केदारनाथ-----14106
- गंगोत्री----------7170
- यमुनोत्री---------1838
- (नोट: यह आंकड़े तीन अक्टूबर तक के हैं।)