अब ईएनटी सर्जन लेंगे कोरोना के सैंपल
कोरोना जाच के लिए सैंपल अब ईएनटी सर्जन/रेजिडेंट लेंगे। अभी तक माइक्रोबायोलॉजिस्ट व लैब टेक्नीशियन सैंपलिंग का काम कर रहे थे। पर व्यवस्था में अब बदलाव किया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून : कोरोना जाच के लिए सैंपल अब ईएनटी सर्जन/रेजिडेंट लेंगे। अभी तक माइक्रोबायोलॉजिस्ट व लैब टेक्नीशियन सैंपलिंग का काम कर रहे थे। पर व्यवस्था में अब बदलाव किया गया है। इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नई गाइडलाइन जारी की गई है। जिसके बाद उत्तराखंड में भी इस बावत आदेश जारी कर दिए गए हैं। नई व्यवस्था के तहत मेडिकल कॉलेजों का ईएनटी विभाग इस काम में सहयोग करेगा।
बता दें, कोरोना की जाच पीसीआर टेस्ट से की जाती है। जिसमें जाच के लिए सैंपल नाक और गले से लिए जाते हैं। अभी तक आइडीएसपी व विभिन्न अस्पताल के माइक्रोबॉयोलोजी विभाग के टेक्नीशियन व माइक्रोबायोलॉजिस्ट यह काम कर रहे हैं। पर क्योंकि सैंपल नाक और गले से लिया जाता है, यह काम बेहद संवेदनशील माना जाता है। ऐसे में अब तय यह किया गया है कि सैंपलिंग का काम नाक-कान-गला रोग के विशेषज्ञ ही करें। उनकी विशेषज्ञता ईएनटी में है, तो वे इस काम को अच्छे ढंग से कर सकते हैं। ऐसे में कोरोना संदिग्धों एवं संक्रमितों के सैंपल ईएनटी विशेषज्ञ ही लेंगे। दिल्ली से गाइडलाइन आने के बाद उत्तराखंड में भी इस बावत व्यवस्था बना दी गई है। प्रदेश के तीन राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर, हल्द्वानी व दून मेडिकल कॉलेज इस काम में सहयोग करेंगे। गाइडलाइन के अनुसार इस काम में राज्य सरकार निजी मेडिकल कॉलेजों की भी मदद ले सकती है। अपर सचिव युगल किशोर पंत ने बताया कि इस संबंध में केंद्र से निर्देश प्राप्त हुए हैं। ऐसे में तीनों मेडिकल कॉलेज के ईएनटी विभागों की ड्यूटी इस काम में लगा दी गई है। यह व्यवस्था तुरंत ही अमल में आ जाएगी।