देहरादून मार्ग पर हरिद्वार मार्ग पर हटाया अतिक्रमण
चारधाम यात्रा व पर्यटन काल शुरू होते ही आखिर प्रशासन को अतिक्रमण की याद आ ही गई। मंगलवार को तहसील प्रशासन व नगर निगम ने देहरादून मार्ग व हरिद्वार मार्ग पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू की।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
चारधाम यात्रा व पर्यटन काल शुरू होते ही आखिर प्रशासन को अतिक्रमण की याद आ ही गई। मंगलवार को तहसील प्रशासन व नगर निगम ने देहरादून मार्ग व हरिद्वार मार्ग पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। प्रशासन ने दुकानदारों के सड़कों पर सजाए गए सामान का जब्त किया। इस दौरान व्यापारियों की अतिक्रमण हटाने गई टीम की नोकझोंक भी हुई।
स्थायी अतिक्रमण तो नहीं मगर, चारधाम यात्रा के दौरान प्रशासन ने सड़कों पर होने वाले अस्थायी अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम तथा तहसील की टीमों ने देहरादून मार्ग व हरिद्वार मार्ग पर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया। देहरादून मार्ग पर कर अधीक्षक निषाद अंसारी के नेतृत्व में टीम ने नटराज चौक से ऋषिकेश बाजार की ओर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू किया। टीम ने नटराज चौक से देहरादून मार्ग स्थित दुर्गा मंदिर के समीप तक अतिक्रमण हटाया। टीम ने सड़क किनारे लगी ठेलियों व झोपड़ियों को भी हटा दिया। सड़कों पर लगे होर्डिंग्स, बोर्ड व कई अन्य सामान टीम ने जब्त किए। उधर, तहसीलदार रेखा आर्य के नेतृत्व में दूसरी टीम ने हरिद्वार मार्ग पर कॉलेज तिराहे से अतिक्रमण हटाना शुरू किया। टीम ने बहत्तर सीढ़ी के पास सड़क किनारे लगी अस्थायी दुकानों व ठेलियों को हटाया। जयराम आश्रम तिराहे तक तो ज्यादा परेशानी पेश नहीं आई। मगर, इससे आगे घाट चौक तक सड़कों पर सजे व्यापारियों के सामान से सड़कें पैक थी। टीम ने अतिक्रमण हटाने के साथ सड़कों पर सजे सामान को भी जब्त किया। इस दौरान सड़क पर लगे एक दुकानदार के होर्डिंग को जब टीम हटाने लगी तो दुकानदार ने हंगामा शुरू कर दिया। तहसीलदार ने बताया कि इस संबंध में पूर्व में ही सूचना कर दी गई थी। ऐसे में दुकानदारों को स्वयं ही अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए थी। हरिद्वार मार्ग पर भी देहरादून तिराहे तक टीम ने मंगलवार को अतिक्रमण हटाया। साथ ही यह भी चेतावनी दी कि यह अभियान आगे भी नियमित जारी रहेगा।
स्थायी अतिक्रमण के खिलाफ जल्द चलेगा अभियान
मंगलवार को चारधाम यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने ऋषिकेश पहुंचे जिलाधिकारी देहरादून से ऋषिकेश में अतिक्रमण के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने वाले अनिल गुप्ता ने मुलाकात की। उन्होंने अवगत कराया कि न्यायालय ने एक माह में अतिक्रमण हटाने के लिए निर्देशित किया था। मगर, जिम्मेदार विभागों ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर खानापूर्ति कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ दिया। जिलाधिकारी ने बताया कि लोकसभा चुनाव के कारण प्रशासनिक अमला चुनाव में व्यस्त हो गया था। मगर, अब जल्द ही स्थायी अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू किया जाएगा।