हाथी ने मचाया उत्पात, आम का बगीचा किया तहस-नहस; ग्रामीण भयभीत
श्यामपुर के खदरी क्षेत्र में हाथी का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। गत रात गांव में घुस आए एक हाथी ने यहां जमकर उत्पात मचाया। आम का बगीचा तहस नहस करने के साथ ही फसल रौंद डाली।
ऋषिकेश, जेएनएन। श्यामपुर के खदरी क्षेत्र में हाथी का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। गत रात गांव में घुस आए एक हाथी ने यहां जमकर उत्पात मचाया। हाथी ने यहां आम के बगीचे में कई पेड़ों को नुकसान पहुंचाने के साथ सब्जी के खेतों को भी रौंद डाला।
रात खदरी वार्ड नंबर पांच के समीप एक आम के बगीचे में जंगली हाथी घुस आया। हाथी ने यहां बगीचे में कई आम के पेड़ों को तोड़कर आम चट कर दिए। यहीं नहीं समीप के खेतों में सब्जियों के खेतों को भी हाथी ने बुरी तरह रौंद डाला।
भूस्वामी भगवान सिंह ने बताया कि रात करीब 11 बजे एक टस्कर उनके बगीचे में घुस गया। उसे ग्रामीणों की सहायता से जंगल की तरफ भगा दिया। मगर, इसके बाद बगीचे की रखवाली करने वाला जैसे ही अपने डेरे में आकर सोया हाथी फिर से बगीचे पहुंच गया और जमकर उत्पात मचा दिया।
कास्तकार विजय सिंह ने बताया कि बगीचे के समीप ही उन्होंने अपने खेतों सब्जियां बोई थी। हाथी ने यहां लौकी, तोरी, खीरे, कद्दू की बेलों को बुरी तरह रौंद दिया। उन्होंने बताया कि सुबह चार बजे तक वह खेतों में गए तब हाथी को यहां से भगाया।
स्थानीय निवासी समाजसेवी विनोद जुगलान ने बताया कि क्षेत्र में हाथी सुरक्षा के लिए खाई भी खोदी गयी है। मगर अब हाथी राजकीय पॉलिटेक्निक की सुरक्षा तार बाड़ को तोड़कर गांव में प्रवेश कर रहा है। इन दिनों किसानों ने रोपाई के लिए धान की पौध लगाई है। ऐसे में यदि हाथी की आमद नहीं थमती तो हाथी इस पौध को भी रौंद डालेगा। ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में रात्रि गस्त बढ़ाने और हाथी की रोकथाम के लिए पॉलिटेक्निक के पास पक्की चहारदीवारी के निर्माण की मांग की है।
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