पावर चैनल बंद होने से बिजली उत्पादन ठप
संवाद सहयोगी विकासनगर आसन बैराज से कुल्हाल जल विद्युत केंद्र को पानी सप्लाई के लिए बनाई गई
संवाद सहयोगी, विकासनगर: आसन बैराज से कुल्हाल जल विद्युत केंद्र को पानी सप्लाई के लिए बनाई गई पावर चैनल दो दिनों से बंद है। जिस कारण पावार हाउस से विद्युत उत्पादन ठप पड़ गया है। इसके कारण निगम को करीब ढाई लाख रुपये का नुकसान हुआ है। पानी को बंद करने का कारण अधिकारी पावर चैनल से हो रहे पानी के रिसाव की मरम्मत को बता रहे हैं, लेकिन ऊर्जा कामगार संगठन ने विभाग की इस कार्रवाई को सरकारी पैसे की बंदरबांट करना बताया है।
आसन बैराज के पास कुल्हाल पावर हाउस को जाने वाली पावर चैनल में छेद होने से लगातार पानी का रिसाव हो रहा है। इसको ठीक करने के लिए पिछले दो दिनों से जलविद्युत निगम ने नहर में पानी के प्रवाह को रोका हुआ है। इसके कारण कुल्हाल जलविद्युत गृह में बिजली उत्पादन का काम ठप पड़ा हुआ है। तीस मेगावाट की क्षमता वाले इस बिजली घर से प्रत्येक दिन लगभग तीन मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन किया जाता है। दो दिनों में बिजली उत्पादन नहीं होने से विभाग को आर्थिक रूप से भारी नुकसान हुआ है। जलविद्युत निगम के सिविल विग के महाप्रबंधक संजीव लोहानी का कहना है कि आसन बैराज से निकलने वाली नहर में पानी का रिसाव लगातार बढ़ रहा था, जो नहर के आसपास स्थित किसानों के खेतों को भी नुकसान पहुंचा रहा था। पावर चैनल की मरम्मत कराई गई है। जिससे पावर चैनल को कोई बड़ा नुकसान न पहुंच सके।
कर्मचारी नेता ने उठाए सवाल
विकासनगर: ऊर्जा कामगार संगठन ने यूजेवीएनएल की इस कार्रवाई को कुछ अधिकारियों के भ्रष्टाचार से जोड़ा है। संगठन के अध्यक्ष राकेश शर्मा ने कहा कि दो साल पहले हुए क्लोजर में पावर चैनल की मरम्मत का काम बड़े पैमाने पर किया गया था। इसके बाद से दो बार ऐसी परिस्थितियां आ चुकी हैं, जिनमें नहर के पानी को रोककर पावर चैनल की मरम्मत कराई गई है। उनका आरोप है कि पावर चैनल में बार-बार आ रही समस्याओं के लिए तत्कालीन अधिकारियों की भूमिका भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मरम्मत के नाम पर लाखों रुपये के बिल बनाए जा रहे हैं और बिजली उत्पादन में भारी नुकसान प्रदेश को उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कुल्हाल पावर चैनल में हुए मरम्मत के इस प्रकार के कार्यों की जांच की मांग भी शासन से की है।