बुजुर्ग दंपती ने बच्चे पैदा न करने पर बेटे-बहू पर दर्ज कराया पांच करोड़ का केस, कोर्ट ने दी अगली तारीख
हरिद्वार में एक बुजुर्ग दंपती ने पोता-पोती की मांग पूरी न होने पर अपने बेटे व बहू पर पांच करोड़ का वाद दायर किया है। बुजुर्ग दंपती के मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने 30 मई की तारीख तय कर दी है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : बुजुर्ग दंपती द्वारा अपने बहू-बेटे पर दर्ज कराया गया मुकदमा इन दिनों सबकी जुबान पर है। हरिद्वार में एक बुजुर्ग दंपती ने पोता-पोती की मांग पूरी न होने पर अपने बेटे व बहू पर पांच करोड़ का वाद दायर किया है। उनका कहना है कि हमें एक साल के भीतर पोता या पोती का मुंह दिखाया जाए, या फिर हर्जाने के तौर पर पांच करोड़ रुपये दिलाए जाएं।
अगली सुनवाई 30 मई को
मंगलवार को बुजुर्ग दंपती के मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने 30 मई की तारीख तय कर दी। दरअसल, कोर्ट ने पिछले सुनवाई के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन मंगलवार को रिपोर्ट नहीं आ सकी। इसलिए तारीख लगा दी गई है।
जानकारी के मुताबिक सिडकुल क्षेत्र की हरिद्वार ग्रीन कालोनी निवासी साधना प्रसाद व उनके पति संजीव रंजन प्रसाद ने पिछले दिनों तृतीय अपर सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की अदालत में हर्जाने का वाद दाखिल किया था। जिसमें बहू व बेटे पर पोता-पोती के सुख से वंचित कर मानसिक पीड़ा व उत्पीडऩ करने का आरोप लगाया था।
अपनी उम्र भर की कमाई खर्च कर दी
दंपती का कहना था कि उन्होंने अपने बेटे की पढ़ाई कराते हुए उसे पायलट बनाने और शादी करने में अपनी उम्र भर की कमाई खर्च कर दी। बेटे व बहू की खुशी के लिए लोन लेकर आडी कार खरीदकर दी। उन्हें उम्मीद थी कि बेटा व बहू उन्हें पोता-पोती का सुख देंगे और उनका वंश आगे बढ़ाएंगे।
बुजुर्ग दंपती का कहना था कि या तो हमें एक साल के भीतर पोता या पोती का मुंह दिखाया जाए, या फिर हर्जाने के तौर पर पांच करोड़ रुपये दिलाए जाएं। कोर्ट ने जिला प्रोबेशन अधिकारी से रिपोर्ट तलब करते हुए 17 मई की तारीख तय की थी। मंगलवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी की रिपोर्ट नहीं आने के चलते अगली सुनवाई के लिए 30 मई की तारीख लगाई गई है। दंपती के अधिवक्ता अरविंद श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की है।