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ईको विकास समिति को नहीं मिलेगा वाहन शुल्क में हिस्सा

ईको विकास समितियों पर अब पार्क प्रशासन ही निगाहें टेढ़ी कर रहा है। पार्क प्रशासन ने मोतीचूर रेंज में पर्यटक वाहनों से लिए जाने वाले शुल्क पर रोक लगा दी है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 01:51 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 01:51 PM (IST)
ईको विकास समिति को नहीं मिलेगा वाहन शुल्क में हिस्सा
ईको विकास समिति को नहीं मिलेगा वाहन शुल्क में हिस्सा

देहरादून, दीपक जोशी। राजाजी टाइगर रिजर्व (आरटीआर) से सटे क्षेत्रों के विकास के लिए गठित की गई ईको विकास समितियों पर अब पार्क प्रशासन ही निगाहें टेढ़ी कर रहा है। इसी कड़ी में पार्क प्रशासन ने मोतीचूर रेंज में पर्यटक वाहनों से लिए जाने वाले शुल्क पर रोक लगा दी है। रेंज में ईको विकास समिति हरिपुरकलां के माध्यम से हो रहे कार्यों में गड़बड़ी की आशंका देखते हुए यह कदम उठाया गया है।

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पार्क के उपनिदेशक दीपक सिंह ने बताया कि मोतीचूर रेंज में पर्यटकों से ईको विकास समिति के नाम पर लिए जाने वाले प्रति वाहन 50 रुपये शुल्क पर रोक लगाई है। बताया कि पहले इस बात की जांच की जाएगी कि ईको विकास समिति इस धन का उपयोग कहां और किन कार्यों में कर रही है। वहीं इस पाबंदी पर ईको विकास समिति के पदाधिकारियों ने रोष जताया है। समिति के अध्यक्ष वेद प्रकाश ग्वाड़ी ने कहा कि यदि पार्क प्रशासन ने समिति के नाम से कटने वाली रसीद को बंद कर दिया है तो पार्क में वाहनों का संचालन भी बंद कर दिया जाना चाहिए।

ग्वाड़ी ने बताया कि ईको विकास समिति के गठन के दौरान सहमति बनी थी कि पार्क से सटे गांव में पर्यटक वाहनों का संचालन और विकास कार्य समिति के साथ मिलकर किए जाएंगे। लेकिन, अब वन अधिकारी मनमानी पर उतर आए हैं। यदि पार्क प्रशासन ने जल्द निर्णय न बदला तो समिति आंदोलन शुरू कर पार्क गेट पर ताला जड़ देगी। इस संबंध में समिति की बैठक बुलाई गई है।

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50 रुपये मिलता है हिस्सा

मोतीचूर गेट से राजाजी पार्क की सैर को जाने वाले भारतीयों पर्यटकों से 250 और विदेशियों से 500 रुपये प्रति वाहन प्रवेश शुक्ल लिया जाता है। इसमें से 50 रुपये ईको विकास समिति हरिपुरकलां को मिलते हैं।

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