अफगानिस्तान में आए भूकंप का उत्तराखंड में भी दिखा असर, घरों से बाहर निकले लोग
अफगानिस्तान में आए भूकंप का असर उत्तराखंड के कुछ इलाकों में महसूस किया गया। इस दौरान देहरादून और उत्तरकाशी में लोग घरों से बाहर निकल आए।
देहरादून, जेएनएन। अफगानिस्तान में आए भूकंप का असर उत्तराखंड के कुछ इलाकों में महसूस किया गया। इस दौरान देहरादून और उत्तरकाशी में लोग घरों से बाहर निकल आए। राज्य आपदा नियंत्रण केंद्र के अनुसार भूकंप से कहीं भी किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।
शाम 5.15 बजे के आसपास धरती डोली तो कार्यालयों और दुकानों में काम कर रहे लोग बाहर निकल आए। हालांकि दोनों जिलों में इससे किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। बीते डेढ़ माह में एक के बाद एक भूकंप के झटकों से लोग दहशत में हैं। इससे पहले चमोली और पिथौरागढ़ में छह बार भूकंप आ चुका है। भूकंप का केंद्र इन दोनों जिलों में ही रहा।
आठ और तेरह दिसंबर को चमोली में आया था भूकंप
इससे पहले आठ दिसंबर को चमोली जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.2 मापी गई और इसकी गहराई पांच किलोमीटर बताई गई। चमोली के अलावा उत्तराखंड में किसी और जिले से भूकंप की सूचना नहीं थी। राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार कहीं किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। वहीं, कुछ दिन बाद यानी 13 दिसंबर को भी चमोली में धरती डोल उठी। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.4 मापी गई और इसका केंद्र जोशीमठ के पास 14 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप का असर पड़ोसी जिले रुद्रप्रयाग और पौड़ी में भी महसूस किया गया।
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वहीं, चीन-नेपाल सीमा से लगे पिथौरागढ़ के साथ ही आसपास के क्षेत्र में 12 नवंबर को भूकंप का झटका महसूस किया गया। सुबह करीब साढ़े सात बजे आए झटके से लोग दहशत में आ गए। कुछ घरों में दरारें भी आई हैं। भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ जिले की तहसील मुनस्यारी में ही दस किलोमीटर की गहराई में था और इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.5 मैग्नीट्यूट थी।
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