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श्रीराम के जय उद्घोष के साथ पुतले किए गए गंगा में विसर्जित

जागरण संवाददाता ऋषिकेश कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष त्रिवेणी घाट पर लगने वाला दश

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 04:18 AM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 04:18 AM (IST)
श्रीराम के जय उद्घोष के साथ पुतले किए गए गंगा में विसर्जित
श्रीराम के जय उद्घोष के साथ पुतले किए गए गंगा में विसर्जित

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश:

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कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष त्रिवेणी घाट पर लगने वाला दशहरा मेला आयोजित नहीं हुआ। लेकिन सुभाष क्लब दशहरा कमेटी की ओर से रावण, मेघनाथ, कुंभकरण के पुतले गंगा तट पर बनाए गए थे। जिन्हें विधिवत पूजा अर्चना के पश्चात् गंगा में विसर्जित किया गया। दशहरा पर गंगा में स्नान को आए श्रद्धालुओं के लिए यह आयोजन आकर्षण का केंद्र रहा।

पिछले चार दशक से त्रिवेणी घाट में दशहरा मेला आयोजित किया जाता रहा है। बीते वर्ष से कोरोना संक्रमण के कारण यहां बड़ा आयोजन नहीं हुआ। इस बार भी प्रशासन की ओर से मेला आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई। यहां रावण, कुंभकरण और मेघनाद का विशाल पुतला मुजफ्फरनगर के कलाकार सफीक अहमद और उनकी टीम बनाती आई है। सुभाष क्लब दशहरा कमेटी ने परंपराओं को जिदा रखते हुए इस बार भी करीब 15 फीट ऊंचे पुतले बनवाए। शुक्रवार की दोपहर दशहरा कमेटी के सदस्यों ने विधिवत पूजा अर्चना की। जिसके बाद भगवान श्री राम के जय उद्घोष के साथ पुतलों को गंगा में विसर्जित किया गया। गंगा तट पर यह पुतले आकर्षण का केंद्र बने रहे। श्रद्धालुओं ने पुतलों के साथ सेल्फी भी ली। दशहरा कमेटी के अध्यक्ष ललित सक्सेना, गंगा सभा के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल शर्मा, योगेश शर्मा, विश्वास जोशी, हीरालाल शर्मा, शुभम शर्मा, विजय सिघल, दीपक भटनागर आदि मौजूद रहे।

बड़ी संख्या में हुए मुंडन संस्कार

दशहरा पर्व के पावन अवसर पर त्रिवेणी घाट में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अपने बच्चों का मुंडन संस्कार कराया। गुजरात, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस संस्कार को संपन्न कराने के लिए यहां पहुंचे थे। इस पावन अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी भी लगाई।

रावण के पुतले का दहन

विजयादशमी उत्सव समिति लक्ष्मणझूला की ओर से लक्ष्मणझूला संत सेवा घाट पर 15 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया। संस्थापक संयोजक अश्वनी गुप्ता ने बताया कि संस्था पिछले 25 वर्ष से यह उत्सव मनाती आ रही है। मगर, कोरोना काल को देखते हुए इस बार सूक्ष्म रूप से यह उत्सव मनाया जा रहा है। बताया कि यह पुतला समिति के कार्यकत्र्ताओं ने ही तैयार किया है। इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष गुरुपाल बत्रा, अश्वनी गुप्ता, रामजी पांडे, त्रिवेंद्र नेगी, मोहन नागर, अजय आर्य, संजीव प्रजापति, राज कुमार सोनकर, अर्जुन भंडारी, मनीष राजपूत, भरत लाल, राकेश अग्रवाल, निरंजन गोयल आदि मौजूद थे।

छठ पूजा महोत्सव आठ से

सार्वजनिक छठ पूजन समिति त्रिवेणी घाट के अध्यक्ष रामकृपाल गौतम ने बताया कि इस बार आठ नवंबर से चार दिवसीय छठ पूजा महोत्सव शुरू होगा। कहा कि 8 नवंबर को नहाय खाय, 9 को खरना, 10 को डूबते सूर्य को अ‌र्घ्य और 11 नवंबर को उगते सूर्य को अ‌र्घ्य दिया जाएगा। कहा कि त्रिवेणी घाट पर छठ महोत्सव के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।


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