सर्दियों में भी खूब पीएं पानी, बीमारियों से रहेंगे दूर
सर्दियां आते ही लोग पानी पीना कम कर देते हैं। पर ऐसा करना बिल्कुल गलत है। पानी की कमी के कारण आप कई तरह की परेशानियों और बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। इस कारण डिहाइड्रेशन हाई ब्लड प्रेशर और इंफेक्शन जैसी बीमारियां होने लगती है।
देहरादून, जेएनएन। सर्दियां आते ही लोग पानी पीना कम कर देते हैं। पर ऐसा करना बिल्कुल गलत है। पानी की कमी के कारण आप कई तरह की परेशानियों और बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। इस कारण डिहाइड्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर और इंफेक्शन जैसी बीमारियां होने लगती है। साथ ही सिरदर्द, थकान जैसी परेशानियां भी होती हैं। इसलिए प्यास न लगने पर भी पानी का सेवन करते रहें। बल्कि अच्छा होगा कि गुनगुना पानी पीएं।
वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. नवीन जोशी के अनुसार आयुर्वेद में उष्णोदक पान को अत्यंत लाभकारी बताया गया। उष्णोदक का अर्थ है गुनगुना पानी। गुनगुने पानी को कफ,मेद और वातजन्य विकारों को नष्ट करने वाला माना गया है। यह पाचन शक्ति को बढ़ाता है। इसे बुखार,खांसी ,श्वास जैसे रोगों में अत्यंत लाभकारी माना गया है। उन्होंने बताया कि ठंडा पानी भूख को कम कर देता है जिसे अग्निमांद्य कहते हैं जो बाद में अजीर्ण यानि इनडाइजेशन का कारण बनता है।
गुनगुने पानी के फायदे
- भूख बढ़ाता है
- पाचन शक्ति को बेहतर करता है
- पेशाब की थैली को साफ रखता है
- हिचकी में आराम देता है
- गैस और अफारे में आराम देता है
- जुकाम,बुखार,सांस में तकलीफ,दर्द आदि स्थितियों में लाभकारी होता है।
- प्रात:काल गुनगुना पानी पीना वायु की गति को ठीक रखता है तथा शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है।
- शरीर से कब्ज को दूर कर पेट साफ रखने में भी गुनगुना पानी काफी फायदेमंद होता है।
यह भी पढ़ें: देहरादून: अब लेखपालों की रिपोर्ट फील्ड से होगी ऑनलाइन, दिए जाएंगे टैबलेट
कब और कितना गुनगुना पानी पीएं
- जब प्यास लगे तब गुनगुना पानी पीएं।
- गुनगुना पानी कफ दोष की परेशानियों में थोड़ा-थोड़ा करते हुए पीना चाहिए।
- वात दोष से संबंधित परेशानियों में गुनगुना पानी शरीर की नलिकाओं को साफ करता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकाल देता है।
- पित्त दोष से संबंधित परेशानियों में गुनगुने पानी को ठंडा कर भोजन के साथ या बाद में पीना फायदेमंद है।
क्यों है पानी की जरूरत
पाचन शक्ति: खाना पचाने के लिए पर्याप्त पानी की जरूरत होती है। पानी पीने से शरीर का मेटाबॉलिज्म, पाचन शक्ति और एबजॉरप्शन सही रहता है।
टॉक्सिन दूर: टॉक्सिन जैसे, यूरिया, सोडियम और पोटैशियम को बाहर निकाल कर शरीर का तापमान बेहतर रखने के लिए पानी जरूरी है।
पानी की कमी:पसीना, यूरिन और मेटाबॉलिज्म फंक्शन के कारण में पानी की कमी हो जाती है, जिसको पूरा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है।
त्वचा में नमी: सर्दियों में त्वचा में रूखेपन की समस्या होती है। ऐसे में त्वचा की नमी बनाए रखने के लिए पानी ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पिएं।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: अवैध शराब मामले में सजा बढ़ाने के लिए एक्ट में संशोधन की तैयारी