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डॉ. कौशल कुमार दूसरी बार बने अभाविप के प्रदेश अध्यक्ष

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 20वें प्रांत अधिवेशन के अंतिम दिन डॉ. कौशल कुमार को दोबारा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके बाद उन्होंने नई कार्यकारिणी की घोषणा की।

By BhanuEdited By: Published: Wed, 12 Feb 2020 10:52 AM (IST)Updated: Wed, 12 Feb 2020 10:52 AM (IST)
डॉ. कौशल कुमार दूसरी बार बने अभाविप के प्रदेश अध्यक्ष
डॉ. कौशल कुमार दूसरी बार बने अभाविप के प्रदेश अध्यक्ष

देहरादून, जेएनएन। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 20वें प्रांत अधिवेशन के अंतिम दिन डॉ. कौशल कुमार को दोबारा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। दोबारा अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने नई कार्यकारिणी की घोषणा की। 

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कार्यकारिणी में अभाविप के प्रदेशभर के सक्रिय कार्यकर्ताओं को जगह दी गई है। कार्यकारिणी में एमकेपी कॉलेज की शिक्षक डॉ. ममता सिंह समेत तीन लोगों को प्रदेश उपाध्यक्ष, सात को महामंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके अलावा गढ़वाल व कुमाऊं से छात्र-छात्राओं का बराबर का संतुलन रखा गया है।  

नई प्रांत कार्यकारिणी इस प्रकार है-

अध्यक्ष : डॉ. कौशल कुमार

उपाध्यक्ष : डॉ. ममता सिंह, डॉ. कुमुद उपाध्याय, डॉ जेपी भट्ट।  

महामंत्री : प्रदीप जोशी, चर्चित बालियान, अंजली शर्मा, शिवानी जोशी, रितांशु कंडारी, दिनेश रावत।  

कार्यालय मंत्री : शैलेष सती 

कोषाध्यक्ष : डॉ. रमाकांत श्रीवास्तव

संपर्क प्रमुख : प्रो. जगत सिंह बिष्ट  

एसएफडी प्रमुख : संदीप बोरा 

प्रांत छात्रा प्रमुख : प्रगति रावत 

संस्कृत छात्र प्रमुख : राहुल शर्मा  

थिंक इंडिया प्रमुख : अतेंद्र विक्रम  

मीडिया संयोजक : अंजली सेमवाल 

गढ़वाल छात्रा प्रमुख : तान्या वालिया  

कुमाऊं छात्रा प्रमुख : शिप्रा बसेड़ा 

आयुर्वेदिक छात्र प्रमुख : मनीष सैनी  

एग्रीविजन प्रमुख : डॉ. अरविंद श्रीवास्तव  

राष्ट्रीय कला मंच प्रमुख : कुलदीप कुमार 

जनजाति प्रमुख : अतुल नेगी 

विवि कार्य प्रमुख : अमित धनोला 

गढ़वाल संयोजक : मोहित चौहान 

कुमाऊं संयोजक : योगेश भट्ट 

कृषि स्वरोजगार से रुकेगा पलायन

अभाविप के प्रांत अधिवेशन के अंतिम दिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक आलोक कुमार ने 'उत्तरांचल की चुनौतियों एवं समाधान हेतु हमारी भूमिका' विषय पर चर्चा सत्र में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। कहा कि हिमालयी राज्यों विशेष रूप से उत्तराखंड का महत्व बहुत अधिक है। नीति निर्धारकों को पलायन रोकने के लिए कृषि से जुड़े स्वरोजगार को अपनाने पर जोर देना होगा। 

उन्होंने कहा कि सरकारी व प्राइवेट नौकरी की मानसिकता ने पहाड़ में जनसंख्या संतुलन को बिगाड़ा है और काफी हद तक पलायन के लिए यही सबसे बड़ा कारण है। इसके बाद दूसरे सत्र में 'जिज्ञासा समाधान' विषय पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्रीनिवास ने छात्र-छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर दिए।

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छात्रों ने स्वरोजगार, उच्च शिक्षा गुणवत्ता, कॉलेजों में सेमेस्टर व वार्षिक परीक्षा प्रणाली से संबंधित सवाल पूछे। अधिवेशन में जीआरडी इंस्टीट्यूट के मैनेजमेंट का प्रांत अधिवेशन के लिए कॉलेज कैंपस उपलब्ध कराने के लिए सम्मान किया गया। अधिवेशन में क्षेत्रीय संगठन मंत्री मनोज नीखरा, प्रदेश संगठन मंत्री प्रदीप शेखावत, प्रदेश मंत्री रोहित ओझा, मधुसूदन जोशी, अश्वनी पांडे, डॉ. दीपक भट्ट, मिलन बिष्ट, ऋषभ रावत उपस्थित रहे।

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