श्रीदेव सुमन विवि के नए कैंपस से मिलेगा दून के संस्थानों को लाभ, पढ़िए पूरी खबर
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय उत्तराखंड का तीसरा कैंपस ऋषिकेश स्थित पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय होगा।
देहरादून, अशोक केडियाल। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय उत्तराखंड का तीसरा कैंपस ऋषिकेश स्थित पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय होगा। यह कॉलेज उत्तराखंड का पहला स्वायत्त कॉलेज है। प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा आनंद ओर से छह अगस्त 2019 को शासनादेश जारी कर दिया गया है। इस नए कैंपस से देहरादून जिले के चार राजकीय महाविद्यालय और डेढ़ दर्जन संबद्ध उच्च शिक्षा संस्थानों को प्रशासनिक व अन्य कई लाभ मिलेंगे। गढ़वाल और देहरादून के केंद्र बिंदु पर स्थित इस नये कैंपस से भविष्य में हजारों छात्रों को लाभ मिलेगा।
श्रीदेव सुमन विवि के अभी तक दो कैंपस हैं जिसमें एक बादशाहीथौल टिहरी और दूसरा राजकीय महाविद्यालय गोपेश्वर है। अब सरकार ने तीसरे कैंपस के रूप में पीएलएम कॉलेज ऋषिकेश को इसकी मंजूरी दी है। इससे पहले 18 जुलाई 2019 को विवि की शैक्षिक परिषद ने इसकी मंजूरी दे दी थी। सरकार की ओर से शासनादेश जारी होने के बाद विवि के कुलपति डॉ.यूएस रावत ने बीते शनिवार को विवि के कुलाधिपति और राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से भेंट की और विवि के नये कैंपस का मास्टर प्लान से लेकर भविष्य में उत्तराखंड के छात्रों को मिलने वाली सुविधाओं को लेकर चर्चा की।
विवि कैंपस के ब्लू प्रिंट की तैयारी
श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डॉ.यूएस रावत ने बताया कि पीएलएम डिग्री कॉलेज के 49 एकड़ भूमि में विवि का सभागार, सेमीनार हॉल, पुस्तकालय, प्रशासनिक भवन, छात्रा हॉस्टल, टीचर्स कॉलोनी, शोध व नवाचार केंद्र, कैंपस की चारदिवारी, सौन्दर्यीकरण आदि का मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा और उसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। पहले चरण में जल्द ही परिसर की चारदिवारी का काम प्रारंभ होगा।
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देहरादून जिले से संबद्ध कॉलेज
राजकीय महाविद्यालय डाकपत्थर, राजकीय महाविद्यालय रायपुर, राजकीय महाविद्यालय डोईवाला व राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश।
दून के संबद्ध उच्च शिक्षा संस्थान
माया इंस्टीट्यूट, जेबी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, डीबीएस कॉलेज सेलाकुईं, तुलाज इंस्टीट्यूट, शिवालिक इंजीनियरिंग कॉलेज, निंबस इंस्टीट्यूट, जेडी कॉलेज कैंट, आइटीएम इंस्टीट्यूट राजपुर रोड, साईं इंस्टीट्यूट, जेआरडी इंस्टीट्यूट राजपुर रोड, पैसलबीट इंस्टीट्यूट, अल्पाइन संस्थान, बिहाइब कॉलेज, कुकरेजा होटल मेनजमेंट ऑफ कॉलेज शामिल हैं।
कॉलेज को नैक से बी ग्रेड प्राप्त
वर्ष 1973 में तत्कालीन उत्तर प्रदेश राज्य के इस कॉलेज की ऋषिकेश में स्थापना की गई थी। वर्तमान में महाविद्यालय मे स्नातक पाठ्यक्रम में बीए, बीएससी, बीकॉम व स्नातकोत्तर में एमएम, एमएससी व एमकॉम में करीब 32 सौ छात्र-छात्राएं हैं। इतना ही महाविद्यालय में 65 फैकल्टी है। जिसमें एसोसिएट व असिस्टेंट प्रोफेसर भी पर्याप्त संख्या में हैं।
विवि के नए कैंपस का धार्मिक महत्व
उत्तराखंड के चारधाम का प्रवेश द्वारा के साथ-साथ धार्मिक महत्व, हेमकुंड व फूलों की घाटी जैसे विश्व प्रसिद्ध स्थल को प्रवेश द्वार ऋषिकेश है। जहां से गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ व बदरीनाथ के लिए यात्रा आरंभ होती है। श्रीदेव सुमन विवि उत्तराखंड सरकार का सबसे बड़ा विवि है, जिसमें 104 पीजी कॉलेज सहित करीब 163 कॉलेज संबद्ध हैं। जिसमें एक लाख से अधिक छात्रा-छात्राएं पंजीकृत हैं। प्रदेश के अपने विवि का कैंपस यदि चारधाम के मुख्य द्वार पर ही होगा तो इसका धार्मिक आस्था के रूप में भी महत्व रहेगा। पंडित ललित मोहन शर्मा महाविद्यालय का परिसर प्रसिद्ध गंगा नदी के समीप स्थित है और रमणीय और आकर्षक भी है।
विवि के कुलपति डॉ. यूएस रावत ने बताया कि ऋषिकेश स्थित पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय महाविद्यालय श्रीदेव सुमन विवि का तीसरा कैंपस होगा। विवि की शैक्षिक परिषद की मंजूरी के बाद सरकार की ओर से शासनादेश भी जारी हो गया है। विवि के कुलाधिपति व राज्यपाल से भी मिले हैं। उन्होंने जो दिशा-निर्देश दिए हैं, उनका पालन किया जाएगा।
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