सुंदरलाल बहुगुणा हिमालय पर्यावरण प्रहरी
जागरण संवाददाता, देहरादून : पर्यावरणविद् व चिपको आंदोलन के प्रणेता सुंदर लाल बहुगुणा हिमाल
जागरण संवाददाता, देहरादून : पर्यावरणविद् व चिपको आंदोलन के प्रणेता सुंदर लाल बहुगुणा हिमालय पर्यावरण संरक्षण के प्रहरी हैं। ये बात उनके 91वें जन्म दिवस के मौके पर मंगलवार को दून विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह में वक्ताओं ने कहीं। मौके पर बहुगुणा को लोगों ने शुभकामनाएं दी और उनकी दीर्घायु की कामना की।
कार्यक्रम में शिक्षाविद् केडी पुरोहित ने कहा कि ऊर्जा और पर्यावरण प्रदेश के साथ-साथ उत्तराखंड देव पुरुष राज्य भी है। उन्होंने कहा कि हमारे पास हिमालय के पर्यावरण प्रहरी के रूप में सुंदर लाल बहुगुणा मौजूद हैं। कहा कि पिछले पांच दशकों से मैंने उनके संपर्क में रहते हुए बहुत कुछ सीखा हैं। उनकी पर्यावरणीय वेदनाओं से हमें सीख लेनी चाहिए। सेवानिवृत्त आइएएस चंद्र सिंह ने कहा कि बहुगुणा ने चिपको आंदोलन की अगुवाई कर दशकों पहले पर्यावरण की चिंता व्यक्त कर दी और लोगों को पेड़ लगाने की प्रेरणा दी। गढ़वाल विवि के प्राध्यापक डॉ. एमएम सेमवाल ने कहा कि सुंदर लाल बहुगुणा ने पर्यावरण संरक्षण की जो अलख जगाई उसको पूरे विश्व में पहचान मिली हैं। श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डॉ. यूएस रावत ने कहा कि उत्तराखंड के जल, जंगल और जमीन को लेकर बहुगुणा ने जनआंदोलन छेड़कर पर्यावरण संरक्षण की जो मिसाल कायम की उसके महत्व को आज अहमियत दी जा रही है।
भारतीय प्राणी सर्वेक्षण विभाग की सहायक निदेशक डॉ. अर्चना बहुगुणा ने कहा कि चिपको आंदोलन के दो प्रेरणास्रोत रहे जिनमें गौरा देवी और सुंदरलाल बहुगुणा शामिल है। इनमें बहुगुणा आज भी समाज में पर्यावरण संरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं। पूरा विश्व आज जलवायु परिवर्तन से जूझ रहा है ऐसे समय हमें अधिक से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण की पहल को बड़े पैमाने पर शुरू करना होगा। सामाजिक कार्यकर्ता विनोद उनियाल ने सुंदर लाल बहुगुणा की ओर से बड़े बांधों का विरोध करने के पीछे हिमालय पर्यावरण का जिक्र किया। इसके अलावा दून विवि की प्रभारी कुलपति कुसुम अरुणाचलम, डॉ. मीना सेमवाल, कमल बहुगुणा, बीपी मैठाणी, पूर्व मंत्री नारायण सिंह राणा, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, गीता गैरोला, ललित जोशी, जोत सिंह बिष्ट, भरत चौहान के अलावा टेक्सास विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर जार्ज जेम्स ने सुंदर लाल बहुगुणा पर लिखी पुस्तक के बारे में अपने विचार रखे।
ना काटा, तों डाली न काटा भुलियों..
प्रख्यात लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी ने पद्म विभूषण से सम्मानित सुंदर लाल बहुगुणा को उनके 91वें जन्मदिवस पर बधाई संदेश दिया। नेगी ने उनके द्वारा वर्ष 1982 में गाए गए गाने 'ना काटा, तों डाली न काटा भुलियों डाली न काटा..' प्रस्तुत कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। नरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि वे वर्ष 1982 से उनके संपर्क में आएं, जब शुरुआत में उन्होंने टिहरी से सरकारी नौकरी शुरू की थी। इस दौरान उनकी प्रस्तुति को दर्शकों ने सराहा।