बदलेगा दून रेलवे स्टेशन का स्वरूप, होगा आधुनिक
एक महीने के अंदर देहरादून रेलवे स्टेशन अपने आधुनिक स्वरूप में दिखार्इ देगा। दून पहुंचे रेलवे बोर्ड के अधिशासी निदेशक विवेक सक्सेना ने एमडीडीए उपाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव, सचिव पीसी दुम्का व ट्रांसपोर्ट प्लानर जगमोहन के साथ इस मसले पर लंबी मंत्रणा की।
देहरादून, [जेएनएन]: दून रेलवे स्टेशन को आधुनिक स्वरूप देने की कवायद पहली बार मूर्त रूप लेती दिख रही है। दून पहुंचे रेलवे बोर्ड के अधिशासी निदेशक विवेक सक्सेना ने अपनी टीम के साथ शनिवार को एमडीडीए उपाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव, सचिव पीसी दुम्का व ट्रांसपोर्ट प्लानर जगमोहन के साथ इस मसले पर लंबी मंत्रणा की। तय किया गया कि स्टेशन के आधुनिकीकरण को लेकर प्री-फिजिबिलिटी स्टडी कराई जाएगी।
एमडीडीए उपाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव के अनुसार, प्री-फिजिबिलिटी स्टडी के लिए सोमवार को प्राधिकरण में सूचीबद्ध एजेंसियों को पत्र भेजा जाएगा। ताकि वह अध्ययन को लेकर अपनी दर मुहैया करा सकें। इस अध्ययन के तहत एक संक्षिप्त ड्राइंग भी तैयार की जाएगी। जिसमें यह उल्लेख रहेगा कि स्टेशन का आधुनिक स्वरूप कैसा होगा। यह सभी कार्रवाई एक माह के भीतर पूरी कर रेलवे को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।
इससे पहले यह कवायद करीब पांच साल से डीआरएम स्तर पर की जा रही थी, लेकिन बात सर्वे से आगे नहीं बढ़ पा रही थी। अब रेलवे बोर्ड के अधिशासी निदेशक के स्वयं दून आकर बैठक करने के बाद मामला आगे बढ़ता दिख रहा है। पहले स्टेशन को दो हिस्सों में विकसित करने की कवायद की जा रही थी। जिसके तहत एक हिस्से पर पूरी तरह रेलवे स्तर से काम किया जाना था, जबकि दूसरे भाग पर रेलवे की सहमति से एमडीडीए को काम करना था। हालांकि, अब रेलवे बोर्ड के अधिशासी निदेशक ने समूचे कार्य को एक ही परियोजना का हिस्सा बनाने की बात कही है।
45 वर्षों के लिए मिलेगी जिम्मेदारी
बैठक में तय किया गया कि स्टेशन का आधुनिकीकरण पीपीपी मोड में किया जाएगा। इसके लिए संबंधित कंपनी को स्टेशन का विकास और रखरखाव के लिए 45 साल के लिए स्टेशन की सुविधाओं की जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस अवधि को रेलवे बोर्ड की सहमति के आधार पर 90 वर्ष भी किया जा सकता है। ताकि कंपनी स्टेशन के रखरखाव के साथ अपना मुनाफा भी कमा सके।
इस तरह बनेगा स्टेशन आधुनिक
-मल्टी स्टोरी शॉपिंग कॉम्पलेक्स का निर्माण किया जाएगा।
-बेहतर सुविधाओं वाले होटल का निर्माण भी संभव।
-स्टेशन में स्वचलित सीढ़ियां बनेंगी, अन्य सुविधाएं भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की होंगी।
-स्टेशन में प्रवेश के लिए लक्खीबाग चौकी की तरफ से नया मार्ग बनाया जा सकता है।
-रेलवे की हेरिटेज बिल्डिंग को उसी स्वरूप में रखकर सुविधासंपन्न बनाने पर विचार।
-करीब 100 साल पुराने आवासीय भवनों का किया जाएगा पुनर्निर्माण।
स्टेशन का आधुनिकीकरण इसलिए जरूरी
स्टेशन शहर के प्रमुख हिस्से पर बना है और यहां पर यात्रियों का दबाव होने के साथ ही शहर के यातायात का दबाव भी रहता है। इससे इस पूरे क्षेत्र में दिन-रात जाम की स्थिति रहती है। स्टेशन के आधुनिकीकरण की दिशा में वाहनों की पार्किंग व यातायात दबाव को व्यवस्थित करने के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे।
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