Move to Jagran APP

हथकरघा व हस्तशिल्प बनेगी उत्तराखंड की पहचान: सीएम

आइटी पार्क में दून हाट का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हथकरघा व हस्तशिल्प को उत्तराखंड की पहचान बनाया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 09:46 PM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 06:12 AM (IST)
हथकरघा व हस्तशिल्प बनेगी उत्तराखंड की पहचान: सीएम
हथकरघा व हस्तशिल्प बनेगी उत्तराखंड की पहचान: सीएम

जागरण संवाददाता, देहरादून : आइटी पार्क में दून हाट का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हथकरघा व हस्तशिल्प को उत्तराखंड की पहचान बनाया जाएगा। उत्तराखंड के पारंपरिक परिधानों व उत्पादों को एक छत के नीचे लाया गया है, जहा सूबे के सभी हथकरघा व हस्तशिल्पियों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा।

loksabha election banner

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पांच हस्तशिल्पियों को 'उत्तराखंड राज्य शिल्प रत्न' पुरस्कार से सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा के कुंभ मेले के विकास कार्यो के लिए पांच सौ करोड़ रुपये के टेंडर आवंटित कर दिए गए हैं, ताकि निर्माण कार्य समय पर पूरे हो सकें।

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग (एसएसएमई) के स्थानीय उत्पादों के साथ-साथ हथकरघा व हस्तशिल्प उत्पादों के विपणन प्रोत्साहन के लिए दून हाट का आयोजित किया जा रहा है। नाबार्ड के सहयोग से नवनिर्मित दून हाट को दिल्ली हाट की तर्ज पर एक ऐसे स्थान के रूप में विकसित किया जा रहा है। जहा देश-विदेश के पर्यटकों को राज्य के स्थानीय उत्पादों के साथ-साथ संस्कृति व कला से परिचित होने का अवसर मिल सके। हाट में स्थानीय उत्पादों के विपणन प्रोत्साहन के लिए 14 स्टॉल लगाए गए हैं। जिसमें राज्य के विभिन्न जनपदों के लघु उद्यमियों, बुनकर व शिल्पियों को स्थानीय उत्पादों के विपणन प्रोत्साहन के लिए स्थान उपलब्ध कराया गया है। साथ ही हिमाद्रि एवं हिलास के स्थायी इम्पोरियम भी इस हाट में प्रदर्शनी लगाए हुए हैं। स्थानीय उत्पादों व शिल्प को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा जनपद स्तर पर भीमतला (चमोली), विण (पिथौरागढ़) व काशीपुर (ऊधमसिंहनगर) में भी नाबार्ड के सहयोग से ग्रामीण हाट स्थापित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में मसूरी के विधायक गणेश जोशी, उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद के उपाध्यक्ष रोशन लाल के अलावा आयुक्त उद्योग एल फैनई, प्रमुख सचिव, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मनीषा पंवार, निदेशक उद्योग सुधीर नौटियाल आदि मौजूद रहे।

इन हस्तशिल्पियों को मिला पुरस्कार

मुख्यमंत्री की ओर से 'उत्तराखंड राज्य शिल्प रत्न' योजना के अंतर्गत सिद्धहस्तशिल्पी को पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपये की धनराशि, अंगवस्त्र व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। यह पुरस्कार वर्ष 2018 के लिए चयनित सिद्धहस्तशिल्पियों को प्रदान किया गया। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में बीना पुंडीर ग्राम व पोस्ट ढालवाला, टिहरी गढ़वाल, ऊषा नकोटी ऋषिकेश रोड, चंबा टिहरी गढ़वाल, किशन राम निवासी पिथौरागढ़, भुवन चंद शाह निवासी रानीखेत, जिला अल्मोड़ा व ललिता प्रसाद निवासी बागेश्वर शामिल रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.