डॉग शो में इस तरह होती है कुत्तों की पहचान, जानिए
डॉग शो में श्वानप्रेमी अपने कुत्ते में खास प्रकार की माइक्रोचिप लगाकर रखते हैं जिससे उनकी आसानी से पहचान हो जाती है।
देहरादून, जेएनएन। श्वानप्रेमी अपने कुत्ते में खास प्रकार की माइक्रोचिप लगाकर रखते हैं, ताकि उनका कुत्ता कहीं गुम न हो जाए। आज डोग-शो जैसे भव्य आयोजनों में भी इस चिप की अनिवार्यता कर दी गई है, ताकि भीड़ में भी हर कुत्ते की पहचान हो सके। चावल की तरह बेहद छोटी दिखने वाली इस चिप को कुत्ते के गले में लगाया जाता है। इस चिप के माध्यम से कुत्ते की लोकेशन व पहचान का पता लगाया जा सकता है। आज इस चिप का प्रचलन काफी बढ़ चुका है।
ऐसे ट्रेस होते हैं कुत्ते
माइक्रोचिप में सबसे पहले मालिक व कुत्ते का नाम फीड किया जाता है। इसके बाद 16 डिजिट का कोड फीड किया जाता है। यह जानकारी चिप में सेव हो जाती है। इसके बाद कभी भी उस कुत्ते को ट्रेस करना हो तो डिजिट कोड की मदद से लोकेशन ट्रेस की जा सकती है।
दून में डॉग शो कल
दून के रेंजर्स मैदान में रविवार को भव्य डोग-शो का आयोजन होने जा रहा है। श्वानप्रेमियों में डॉग-शो को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। शो में पंजाब, दिल्ली, उप्र, हरियाणा समेत अन्य राज्यों से हाईब्रिड कुत्ते हिस्सा लेंगे। इनमें फ्रेंच मास्टिफ, इंग्लिश मास्टिफ, चाऊ-चाऊ, अर्जेन्टिनो, रोटर विलर, ग्र्रेट डेन, शिट्जू समेत अन्य ब्रीड शामिल हैं।
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