वाहन में अनावश्यक रूप से ना करें एसी का प्रयोग, जानिए वजह
वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए शुरू किए गए अभियान हवा की धुन सावधान! दून से समाज में निरंतर जागरूकता बढ़ रही है।
देहरादून, जेएनएन। दैनिक जागरण की ओर से वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए शुरू किए गए अभियान 'हवा की धुन सावधान! दून' से समाज में निरंतर जागरूकता बढ़ रही है। इस कड़ी में जागरण की पहल पर डीपीएम हुंडई में ग्राहकों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
शनिवार को कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीपीएम हुंडई के ग्रुप हेड (सर्विस) सुब्रमण्यम अय्यर ने कहा कि जब भी वाहन रेड लाइट या अन्य स्थान पर रुका हो तो अनावश्यक रूप से एसी का प्रयोग न करें। एसी के माध्यम से बाहर की बेहतर हवा भीतर खींची जाती है और खराब गर्म हवा बाहर निकलती रहती है। इस तरह का व्यवहार अमल में लाकर कुछ हद तक प्रदूषण में कमी लाई जा सकती है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वाहनों की समय-समय पर जांच करानी जरूरी है।
इस बात का विशेष ख्याल रखा जाए कि वाहन अधिक धुआं न छोड़ रहा हो। यह न सिर्फ पर्यावरण के लिहाज से खतरनाक है, बल्कि स्वयं वाहन की सेहत के लिए भी ठीक नहीं है। ग्रुप हेड अय्यर ने इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए जागरण का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जो भी ग्राहक वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण की रोकथाम की जानकारी हासिल कर रहे हैं, वह अपने परिजनों, रिश्तेदारों व मित्रों को भी जरूर जागरूक करें।
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अब इलेक्ट्रिक कारों से प्रदूषण से मिलेगी मुक्ति
प्रदूषण को कम करने के लिए टाटा कंपनी ने अपनी इलेक्ट्रिक कारें बाजार में उतार दी हैं। सबसे पहले उरेडा और यूपीसीएल ने टाटा कंपनी के साथ 12 कारों के लिए अनुबंध किया है। कंपनी नेे उरेडा को दो जबकि यूपीसीएल को 10 कारें पांच साल के अनुबंध पर दी हैं। ओएनजीसी के नेहरू ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान एक कार को प्रदर्शित भी किया गया।
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टाटा मोटर्स के सर्विस इंचार्ज शैय्यद मकसूद ने बताया कि कार एक बार फुल चार्ज करने पर 140 किमी चलेगी। कार की शोरूम कीमत करीब 13 लाख रुपये है, लेकिन यदि कोई उपभोक्ताओं कार को सब्सिडी रेट पर खरीदता है तो उसे करीब 10 लाख रुपये के रेट पर मिलेगी। उन्होंने बताया कि अन्य जगहों से भी 30 वाहनों की डिमांड चल रही है, जोकि जल्द आने की उम्मीद है।
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