जिलाधिकारी डॉ. श्रीवास्तव को तीसरी बार मिला उत्कृष्टता पुरस्कार
देहरादून के जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ऐसे अधिकारी हैं जिन्हें लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाजा गया है। इससे पहले उन्हें यह सम्मान बतौर एमडीडीए उपाध्यक्ष व देहरादून स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ के रूप में मिल चुका है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: देहरादून के जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाजा गया है। इससे पहले उन्हें यह सम्मान बतौर एमडीडीए उपाध्यक्ष व देहरादून स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ के रूप में मिल चुका है।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव व उनकी टीम को इस बार का पुरस्कार नमामि गंगे व पौधारोपण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया। बतौर जिलाधिकारी डॉ. श्रीवास्तव ने नमामि गंगे के कार्यों में केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों से एक कदम आगे बढ़कर काम किया। गंगा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए पूजन सामग्री को नदी में प्रवाहित करने की जगह नगर निगम से उसे एकत्रित करने की व्यवस्था कराई। फिर महिलाओं के समूह को इससे अगरबत्ती बनाने का काम कराया जा रहा है। साथ ही पूजन सामग्री आदि में प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने के लिए महिलाओं के समूह से दोना पत्तल तैयार कराया जा रहा है। इससे महिलाओं को रोजगार भी प्राप्त हो रहा है।
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जिलाधिकारी की उपलब्धियों में ऋषिकेश में चंद्रेश्वर नगर में बनाया गया सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) भी शामिल है। यह अपनी तरह का पहला मल्टीस्टोरी एसटीपी है। जगह कम होने के चलते इस तरह का प्लांट रिकॉर्ड समय में भी तैयार किया गया। इसके अलावा दून में चलाए गए वृहद पौधारोपण अभियान की सफलता में भी जिलाधिकारी की विशेष निगरानी ने अहम भूमिका निभाई।
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