16 छात्र-छात्राओं को गोल्ड, 11 को पीएचडी की उपाधि
डीआइटी विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षा समारोह में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 16 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से नवाजा। वहीं 11 छात्रों को पीएचडी की उपाधि दी गई। समारोह के दौरान 1309 छात्र-छात्राओं को स्नातक एवं 136 छात्रों को स्नातकोत्तर की डिग्री प्रदान की गई। समारोह में विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. धन सिंह रावत भी मौजूद रहे।
जागरण संवाददाता, देहरादून: डीआइटी विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षा समारोह में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 16 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से नवाजा। वहीं 11 छात्रों को पीएचडी की उपाधि दी गई। समारोह के दौरान 1309 छात्र-छात्राओं को स्नातक एवं 136 छात्रों को स्नातकोत्तर की डिग्री प्रदान की गई। समारोह में विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. धन सिंह रावत भी मौजूद रहे।
गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले छात्रों में शिवम कुमार रुंगटा को तीन विषयों में टॉपर रहने पर तीन गोल्ड मेडल, चंद्रशेखर डंगवाल व सिद्धार्थ गुप्ता को दो-दो गोल्ड मेडल के अलावा शिवम चतुर्वेदी, सादाफ हसन, हर्षिता नेहरू, रोहन ओबेराय, नवीन सिंह, कंचन, सूर्य मोहन, पी. मित्रा, हर्ष गुप्ता को गोल्ड मेडल से नवाजा गया। विवि के वाइस चांसलर डॉ. केके रैना ने बताया कि विवि के दूसरे दीक्षा समारोह में कुल 1530 छात्र-छात्राओं को डिग्री दी गई। उन्होंने विवि की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। बताया कि डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों में बीटेक, बीफार्मा, एमटेक, एमसीए, एमफार्मा व एमबीए की डिग्रियां प्रदान की गई। इस दौरान विवि के बोर्ड आफ गवर्नर चेयरमैन अनुज अग्रवाल, विवि के चांसलर एन. रविशंकर, कुलसचिव डॉ. डी शर्मा आदि मौजूद रहे। चीड़ की पत्तियों पर करें शोध-सीएम: मुख्यमंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार युवाओं व छात्र-छात्राओं की नीति निर्माण में रचनात्मक भागीदारी चाहती है। अपने युवाओं व उनकी क्षमता पर विश्वास करना होगा। कहा कि अच्छे भौतिक संसाधनों, विश्व स्तरीय क्लासरूम, लैब, पुस्तकालय की कमी अच्छे शिक्षक पूरा कर सकते हैं। लेकिन, अच्छे शिक्षकों की कमी को बेहतर से बेहतर सुविधाएं भी पूरी नहीं कर सकती। कहा कि हाल ही में इन्वेस्टर्स समिट में राज्य से 150 छात्र-छात्राओं को प्रतिभाग करने का अवसर दिया गया। यह हर्ष का विषय है कि आइआइटी रुड़की के अलावा सभी विवि के छात्र-छात्राएं दीक्षा समारोह में स्वदेशी परिधान पहन रहे हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विज्ञान, तकनीकी व इंजीनिय¨रग के छात्रों को पाइन नीडल्स (चीड़ की पत्तियों) पर शोध व उत्पादक कार्यो में उसके प्रयोग की दिशा में कार्य करने का सुझाव दिया। उन्होंने राज्य के मलेथा स्थित वीर माधो सिंह भंडारी द्वारा करीब 400 वर्ष पूर्व निर्मित ऐतिहासिक टनल का उल्लेख करते हुए कहा कि यह इंजीनिय¨रग का अद्वितीय उदाहरण है।