अव्यवस्थाओं पर सीएमएस पर बिफरे जिलाधिकारी, दिया 15 दिन का अल्टीमेटम
राजकीय चिकित्सालय में प्रबंधन समिति की बैठक में पहुंचे जिलाधिकारी सी रविशंकर ने अधूरे होमवर्क पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की कई मर्तबा क्लास ली।
ऋषिकेश, जेएनएन। एसपीएस राजकीय चिकित्सालय में प्रबंधन समिति की बैठक में पहुंचे जिलाधिकारी सी रविशंकर ने अधूरे होमवर्क पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की कई मर्तबा क्लास ली। गंदगी सहित अन्य अव्यवस्थाओं का सामना जिलाधिकारी ने किया। उन्होंने सीएमएस को 15 दिन के भीतर व्यवस्था सुधारने का अल्टीमेटम दिया।
राजकीय चिकित्सालय में सोमवार को जिलाधिकारी सी रविशंकर चिकित्सा प्रबंधन समिति की बैठक लेने यहां पहुंचे। बैठक में नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं ने उनके समक्ष चिकित्सालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं को रखा। महापौर ने कहा कि चिकित्सालय में मामूली रूप से गंभीर व्यक्ति को यहां से रेफर कर दिया जाता है। सफाई की यहां पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। शिकायतों की सुनवाई नहीं होती है। जिलाधिकारी ने सीएमएस डॉ. नरेंद्र सिंह तोमर से प्रबंध समिति की बैठक विलंब से बुलाए जाने पर जब सवाल किया तो वह चुप्पी साध गए।
चिकित्सालय में चिकित्सकों और कर्मचारियों की अनुपस्थिति और विलंब से आने संबंधी शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने सीएमएस से बायोमैट्रिक उपस्थिति का विवरण मंगाया। कई बार बोलने के बावजूद अधिकारी विवरण उपलब्ध नहीं करा पाए। जिलाधिकारी ने कहा कि चिकित्सालय में सार्वजनिक और सुलभ स्थान पर सुझाव और शिकायत पेटी लगाई जाए और इस पर नियमित सुनवाई होनी चाहिए।
चिकित्सालय के बजट संबंधी फाइल जब रखी गई तो इस फाइल में अधूरे होमवर्क को देखते हुए जिलाधिकारी ने सीएमओ, सीएमएस और लेखा अधिकारी को आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को देखते हुए बजट बनाने के निर्देश दिए। विधायक प्रतिनिधि नारायण दास कुंदनानी ने अधिकारियों के समक्ष राजकीय चिकित्सालय में अवैध पार्किंग की शिकायत रखी। उन्होंने कहा कि यहां इतने चिकित्सक नहीं है जितने वाहन यहां पार्क किए जा रहे हैं। मरीजों के तीमारदारों को वाहन खड़ा करने की जगह नहीं मिल पाती है। बैठक में सांसद प्रतिनिधि राजपाल ठाकुर ने भी सुझाव रखें।
ओपीडी के दरवाजे पर दवा विक्रेता का नंबर
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने राजकीय चिकित्सालय का व्यापक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी कि जहां इच्छा हुई वहां जाकर हालात का जायजा लिया।चिकित्सकों के कमरों के भीतर व बाहर दवा के स्टिकर लगे थे। दरवाजे पर इंजेक्शन के प्राप्त करने के लिए मेडिकल स्टोर का संपर्क नंबर लिखा नजर आया। इन सब से नाराज जिलाधिकारी ने सीएमएस को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि यहां कुछ भी ठीक नहीं है। चिकित्सक कक्ष में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) दखल दे रहे हैं। शौचालय बंद है, पानी लीक हो रहा है, जगह-जगह गंदगी है।
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जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया राजकीय चिकित्सालय के भ्रमण के दौरान कई कमियां पाई गई है। जिन्हें तत्काल निस्तारण करने के लिए सीएमएस को निर्देशित किया गया है। शिकायतों का भी संज्ञान लिया गया है। सीएमएस को 15 दिन के भीतर तमाम अव्यवस्थाओं को सुधारने के लिए कहा गया है। ऐसा नहीं होता है तो सख्त कार्रवाई होगी।
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