उत्तराखंड में एसएमएस से मिलेगी आपदा से जुड़ी जानकारी
एक ऐसा पोर्टल तैयार किया जा रहा है, जिसके माध्यम से स्थान आधारित बल्क एसएमएस भेजे जाएंगे और ये पूर्व निर्धारित भौगोलिक क्षेत्र में सक्रिय मोबाइल फोन पर मिलेंगे।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: आपदा के मद्देनजर संचार तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए दूरसंचार विभाग, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीआरएफ) संयुक्त रूप से एक ऐसा पोर्टल तैयार कर रहे हैं, जो वर्तमान में अमेरिका समेत कुछेक विकसित देशों के पास ही है। इस पोर्टल के माध्यम से स्थान आधारित बल्क एसएमएस प्रेषित किए जा सकेंगे और ये पूर्व निर्धारित भौगोलिक क्षेत्र में सक्रिय सभी मोबाइल फोन पर मिलेंगे। प्रथम चरण में इस योजना का लाभ उत्तराखंड, उड़ीसा समेत उत्तर-पूर्व के राज्यों को मिलेगा।
दूरसंचार विभाग भारत सरकार के सलाहकार प्रभाष सिंह और उप महानिदेशक एनके जोशी ने यहां सचिवालय में हुई बैठक में यह जानकारी दी। आपदा के दौरान सूचनाओं के आदान-प्रदान में व्यवधान को देखते हुए सूचना तंत्र को मजबूत बनाने की कसरत की कड़ी में यह बैठक आयोजित की गई।
प्रभाष सिंह और जोशी ने कहा कि तैयार किए जा रहे पोर्टल से दी जाने वाली सूचनाओं से सभी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों के उपभोक्ता लाभान्वित होंगे। इस तंत्र के जरिए एक निश्चित स्थान पर सक्रिय मोबाइल उपभोक्ताओं को एसएमएस से महत्वपूर्ण सूचनाएं मुहैया कराई जाएंगी।
इस सेवा के तहत जनपद व राज्य स्तर पर चिह्नित अधिकारियों को अपने क्षेत्र से संबंधित आपदा से जुड़े संदेशों को निर्धारित भौगोलिक क्षेत्र में प्रेषित करने के अधिकार दिए जाएंगे। यह भी जानकारी दी गई कि उत्तराखंड के दूरस्थ स्थानों में संचार सेवा को सुदृढ़ करने के लिए बीएसएनएल अधिक से अधिक बीटीएस व पोर्टेबल टावर लगाएगा। इसके अलावा राज्य से लगे उन क्षेत्रों में भी मोबाइल सेवा उपलब्ध कराई जाएगी, जो इससे वंचित हैं।
सचिव आपदा प्रबंधन अमित नेगी की अध्यक्षता में हुई बैठक में उपमहानिदेशक टर्म मनोज पंत व सुमित गुप्ता, बीएसएनएल के सहायक उप महाप्रबंधक बीएस रौथाण, एसडीआरएफ की कमांडेंट रिद्धिम अग्रवाल, डीएमएमसी के अधिशासी निदेशक डॉ.पीयूष रौतेला, स्टेट रेडियो आफीसर जगतराम, सहायक रेडियो आफीसर पुलिस संचार सुनील नेगी मौजूद थे।
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