उम्र के हिसाब से लें आहार, किस उम्र के लिए क्या है डाइट प्लान; जानिए
उम्र के हिसाब से डायट प्लान होना बेहद जरूरी है। अगर ऐसा नहीं होता है तो आपको इसके कर्इ तरह के नुकसान झेलने पड़ सकते हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: आप 40 की उम्र में भी 20 जैसा आहार नहीं खा सकते हैं। हर उम्र की अपनी पोषक आवश्यकताएं होती हैं और उनका खयाल भी रखना चाहिए। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की डायटीशियन ऋचा कुकरेती बताती हैं कि आहार हमेशा उम्र, लिंग, शारीरिक संरचना, काम के स्तर और गतिविधि के स्तर पर निर्भर करता है। जैसे बच्चों के लिए अलग तरह के आहार की आवश्यकता होती है और गर्भवती महिला के लिए अलग। वहीं उम्र बढ़ने पर पोषक तत्वों की जरुरतें भी बदलती रहती हैं। इसलिए आपको अपने डाइट प्लान के बारे में सही जानकारी होना बहुत जरूरी है।
10 साल की उम्र
10 की उम्र से बच्चों की डाइट में प्रोटीन से भरपूर चीजें जैसे फल, नट्स, आलू, हरी बीन, ब्रोकली, फुल गोभी, शिमला मिर्च, गाजर, बाजरा और राजमा शामिल करें। इसके अलावा उन्हें दही, पनीर, अंडा, मास-मछली आदि का सेवन भी जरूर कराएं।
20 साल की उम्र
20 साल की उम्र में हड्डियां और मांसपेशियां तेजी से बढ़ती और बनती हैं। इसलिए इस उम्र में प्रोटीन युक्त खाना, कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट, नट्स, कैल्शियम और आयरन से भरपूर भोजन करना चाहिए। इसके अलावा इस उम्र में हेल्दी रहने और हॉर्मोन्स बैलेंस करने वाला खाना जैसे ब्लूबेरी, दही, अखरोट आदि का सेवन भी जरूर करें।
30 साल की उम्र
इस उम्र में शरीर में बहुत से बदलाव होते हैं, जिस कारण आपको अपनी डाइट संतुलित रखनी चाहिए। इसलिए इस उम्र में शरीर को फिट और स्वस्थ रखने केलिए जैतून का तेल, नारियल, अंडा, हरी पत्तेदार सब्जियां और फल का सेवन करें। 30 की उम्र में आपको एंटीऑक्सीडेंट्स, फॅलिक एसिड, कम वसा युक्त डेयरी उत्पाद और विटामिन-ई से भरपूर खाद्य पदार्थ भी खाने चाहिए।
40 साल की उम्र
40 की उम्र में बीमारियां लगने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में आपको अधिक से अधिक पत्ता गोभी, फूल गोभी, ब्रोकली, लहसुन, प्याज, हल्दी और जैतून के तेल का सेवन करना चाहिए।
50 साल की उम्र
इस उम्र में खुद को स्वस्थ रखने के लिए ऐसे आहार लें जिसमें पर्याप्त मात्रा में जिंक, प्रोटीन और विटमिन-बी मौजूद हो। इसके अलावा हल्दी, अंडा, नट्स आदि का सेवन भी करें।
60 साल की उम्र
इस उम्र में हर व्यक्ति की मासंपेशियां कमजोर होने लग जाती है। ऐसे में आपको प्रोटीन युक्त आहार जैसे अंडे, बीन, टोफू, नट्स, दूध और डेयरी उत्पादों का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए। डॉक्टर से सप्लीमेंट लेने के बारे में भी पूछ सकते हैं।
यह भी पढ़ें: महंगे नहीं मोटे अनाज से बनती है सेहत, जानिए कैसे
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के मैदानी और पहाड़ी जिलों में है कुपोषण का मर्ज
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के इन चार जिलों में लड़नी होगी कुपोषण से जंग