मिल्क बूथ के लिए 25 फीसद सब्सिडी के साथ दो लाख तक का ऋण दे रही सरकार: धन सिंह रावत
राज्यमंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि डेयरी के क्षेत्र में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए सरकार मिल्क बूथ को 25 फीसद सब्सिडी के साथ दो लाख तक का ऋण दे रही है।
देहरादून, जेएनएन। सहकारिता, दुग्ध और डेयरी विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते बाहरी राज्यों से वापस प्रदेश में लौटे लोगों समेत अन्य लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। जो भी व्यक्ति स्वरोजगार से जुड़ना चाहता है, वह मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 25 लाख रुपये तक का ऋण ले सकता है, जिसमें 15 से 25 फीसद तक सब्सिडी भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि डेयरी के क्षेत्र में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए सरकार मिल्क बूथ को 25 फीसद सब्सिडी के साथ दो लाख तक का ऋण दे रही है। साथ ही दूध पर चार रुपये प्रति लीटर प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। इसके अलावा अच्छी किस्म की गाय भी मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि अभी तक योजना के तहत चार हजार से भी ज्यादा लोगों ने आवेदन किया है।
यह जानकारी उन्होंने रविवार को देवभूमि विचार मंच और स्वदेशी जागरण मंच के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में दी। उन्होंने बताया कि राज्य के 20 हजार युवाओं को सरकार द्वारा स्वरोजगार योजना के तहत मोटर साइकिल उपलब्ध करा कर पर्यटन क्षेत्र से जोड़ा जा रहा है। इस मौके पर भगवती प्रसाद राघव, दून विवि प्रबंधन विभागाध्यक्ष प्रो. एचसी पुरोहित, डॉ. ऋचा कंबोज, वेबिनार के आयोजक सचिव डॉ. रविशरण दीक्षित मौजूद रहे।
सशक्त भारत की कल्पना हमारी संस्कृति व आर्थिक पक्ष से जुड़ी
मुख्य वक्ता इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय मध्यप्रदेश के कुलपति प्रो. प्रकाशमणि त्रिपाठी ने कहा कि आत्मनिर्भर और सशक्त भारत की संकल्पना हमारे सांस्कृतिक और आॢथक पक्ष से जुड़ी हुई है। जिसमें हमारी परंपरागत संस्थाएं और संरचनाएं महत्वपूर्ण हैं।
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पहले मानसिक गुलामी से मुक्त होना होगा
विशिष्ट वक्ता के रूप में स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री कश्मीरी लाल ने कहा कि आत्मनिर्भर और सशक्त भारत के लिए हमें मानसिक गुलामी से मुक्त होना होगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमने अपने विकास के मॉडल नहीं बनाए और उधार के विकास मॉडलों को अपनाया जो निरंतर फेल होते रहे।
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