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स्कूल के बीच में बह रही सिंचाई गूल, नौनिहालों को खतरा

सिंचार्इ विभाग की लापरवाही स्कूल में पढ़ रहे बच्चों पर भारी पड़ सकती है। दरअसल स्कूल के अंदर से सिंचाई गूल बह रही है। जो बंद नहीं है।

By Edited By: Published: Mon, 10 Dec 2018 07:42 PM (IST)Updated: Tue, 11 Dec 2018 03:17 PM (IST)
स्कूल के बीच में बह रही सिंचाई गूल, नौनिहालों को खतरा
स्कूल के बीच में बह रही सिंचाई गूल, नौनिहालों को खतरा

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v style="text-align: justify;">विकासनगर, जेएनएन। सिंचाई विभाग की लापरवाही राजकीय प्राथमिक विद्यालय रसूलपुर में पढ़ रहे साठ नौनिहालों पर कभी भी भारी पड़ सकती है। यहां विद्यालय के खेल मैदान में सिंचाई गूल बह रही है। गूल बंद नहीं होने के चलते नौनिहालों के इसमें गिरने का खतरा बना रहता है। विद्यालय में एक ओर से सुरक्षा दीवार नहीं है, जिससे असामाजिक तत्वों समेत जानवर भी स्कूल परिसर में घुसते हैं। बावजूद इसके विभागीय अधिकारियों की ओर से नौनिहालों को सुरक्षा देने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। 
भले ही तंत्र सरकारी विद्यालयों में नौनिहालों को भय मुक्त माहौल में शिक्षा मुहैया कराने का दावा कर रहा हो। लेकिन अधिकांश विद्यालयों में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के मानक ही पूरे नहीं किए जा रहे हैं। आरटीई के तहत प्रत्येक विद्यालय में सुरक्षा दीवार का निर्माण होने के साथ ही छात्रों के लिए दुर्घटना संभावित स्थल नहीं होना चाहिए। लेकिन प्रखंड के राजकीय प्राथमिक रसूलपुर में सुरक्षा दीवार का निर्माण ही नहीं किया गया है। विद्यालय के पिछले हिस्से में खेतों की ओर सुरक्षा दीवार नहीं होने से दिन में भी पशु विद्यालय प्रागंण में घुस जाते हैं।
जबकि विद्यालय अवकाश के बाद असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है। इतना ही नहीं विद्यालय के खेल मैदान से सिंचाई की खुली गूल गुजर रही है। जिसमें नौनिहालों के गिरने का खतरा बना रहता है। कई बार नौनिहाल गूल में गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं। बावजूद इसके विभागीय अधिकारी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं कर रहे हैं। 
उधर, उप शिक्षाधिकारी हिमांशु श्रीवास्तव ने बताया कि गूल बंद करने के लिए सिंचाई विभाग को कहा गया है। सुरक्षा दीवार निर्माण के लिए एसएमसी के माध्यम से प्रस्ताव उच्चाधिकारियों को भेजा गया है।

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