कोरोना महामारी के प्रकोप को देख लॉकडाउन और कर्मचारियों के टीकारण की मांग
कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कर्मचारी लगातार कार्यालय बंद करने की मांग कर रहे हैं। साथ ही अब उन्होंने कार्यालय जाने वाले कार्मिकों का टीकाकरण करने की भी गुहार लगाई है। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा अध्यक्ष ने इसको लेकर प्रेस बयान जारी किया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कर्मचारी लगातार कार्यालय बंद करने की मांग कर रहे हैं। साथ ही अब उन्होंने कार्यालय जाने वाले कार्मिकों का टीकाकरण करने की भी गुहार लगाई है। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा अध्यक्ष बीपी सिंह रावत और प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने इसको लेकर प्रेस बयान जारी किया है।
उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। राज्य सरकार आंशिक रूप से कर्फ्यू का पालन करा रही है, जो वर्तमान स्थिति में कारगर साबित नहीं हो रहा है। इससे पहले कि स्थिति और बिगड़े। सरकार को कम से कम दो सप्ताह तक पूर्ण लॉकडाउन लगाना चाहिए। साथ ही सभी सरकारी कार्यालयों को बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संकट के समय राज्य के 78 हजार कार्मिक अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं और कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से भी पूरे देश में दो सप्ताह का लॉकडाउन लगाने की अपील की है।
बीपी सिंह रावत ने कहा कि वर्तमान स्थिति में देश के 60 लाख एनपीएस कार्मिक सक्रिय रूप से कार्यरत हैं। जबकि, सरकार अन्य कार्यालयों और सार्वजनिक स्थलों पर भी भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम है। ऐसे में संक्रमण के और फैलने का खतरा बना हुआ है। कहा कि राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के कई बार अनुरोध करने के बावजूद सरकार गंभीर नहीं हैं, जिसका आने वाले दिनों में खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
यह भी पढ़ें- राज्य आंदोलनकारी बोले, पूर्ण लॉकडाउन लगाए उत्तराखंड सरकार
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें