आइटीबीपी रोड पर मिनी झील में बदलेगा तालाब, सैर-सपाटे ही नहीं बोटिंग का भी लुफ्त उठा सकेंगे पर्यटक
Dehradun Tourism आइटीबीपी रोड पर दलदल में तब्दील मछली तालाब को अब नगर निगम मिनी झील में परिवर्तित करने की तैयारी कर रहा है। तालाब का कायाकल्प कर यहां पर ऐसी झील बनाई जाएगी जहां पर्यटक सिर्फ सैर-सपाटे का नहीं बल्कि बोटिंग का लुत्फ भी ले सकें।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Dehradun Tourism देहरादून के पाश इलाके आइटीबीपी रोड पर दलदल में तब्दील मछली तालाब को अब नगर निगम मिनी झील में परिवर्तित करने की तैयारी कर रहा है। तालाब का कायाकल्प कर यहां पर ऐसी झील बनाई जाएगी, जहां पर्यटक सिर्फ सैर-सपाटे का नहीं बल्कि बोटिंग का लुत्फ भी ले सकें। महापौर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि यह परियोजना नगर निगम के बजट से बनाई जाएगी और इसकी डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बन रही है। गुरुवार को महापौर ने तालाब का निरीक्षण किया और कहा कि 12 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इसका शिलान्यास करेंगे।
सीमाद्वार आइटीबीपी मुख्यालय के समीप नगर निगम की 35 बीघा जमीन पर मछली तालाब हुआ करता था। यह तालाब मौजूदा समय में दलदल बना हुआ है। भूमाफिया कई दफा यहां जमीन पर कब्जे की कोशिश भी कर चुके हैं। स्थानीय नागरिक महापौर से यहां किसी परियोजना को स्थापित करने की मांग कर रहे थे। इसके आसपास पाश इलाका है जबकि पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का भी आवास यहीं है। नगर निगम ने यहां पीपीपी मोड में झील निर्माण कराने का प्रस्ताव तैयार किया था, लेकिन किसी ने रूचि नहीं दिखाई। इस पर नगर निगम ने खुद अपने खर्च पर यहां का कायाकल्प करने की तैयारी कर ली है।
इसी क्रम में महापौर गामा ने गुरुवार को नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला और निगम के अन्य अधिकारियों समेत संबंधित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। महापौर ने बताया कि आधुनिक विश्व स्तरीय मिनी झील का निर्माण यहां किया जाएगा, जो दून नगर का प्रमुख पर्यटक केंद्र बनकर उभरेगी। महापौर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के तहत मछली तालाब का दलदल जब एक मिनी झील का चेहरा लेगा तो इसके कायाकल्प के साथ ही संपूर्ण क्षेत्र पर्यटन के मानचित्र पर उभर सामने आएगा।
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इस मिनी झील से पर्यटक आर्षित होंगे ही वहीं स्थानीय जनता के लिए भी रोजगार के अवसर भी खुलेंगे। महापौर गामा ने निगम अधिकारियों को भूमि की सफाई कराने का निर्देश दिया। पहले चरण में चाहरदीवारी और मलबा उठाने का काम होगा, जबकि इसके बाद झील निर्माण कराया जाएगा। निरीक्षण के वक्त वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. आरके सिंह और अधिशासी अभियंता अनुपम भटनागर समेत पार्षद श्रीमती मीरा कठैत भी मौजूद रहे।
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